अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। गल्ला मंडी रोड पर शांति भवन के पास दुकान के बाहर लगे टिन शेड के नीचे लोहे के खंभे से चिपक कर एक युवक ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। उसकी मौत से नाराज लोगों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। थोड़ी देर में एसडीएम शशिभूषण, एसडीओ विकास सोनी समेत कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। अफसरों के समझाने-बुझाने पर करीब 45 मिनट बाद किसी तरह मामला शांत हुआ। अधिकारियों ने परिजनों को मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया है।
ओरछा गेट कसाई मंडी निवासी आशू कुरैशी पुत्र कल्ला (30) प्राइवेट काम करता था। रविवार को किसी काम से वह सब्जीमंडी गया था। शाम करीब पांच बजे बारिश होने पर वह पास की बीयर दुकान के नीचे खड़ा हो गया। दुकान के बाहर लोहे के खंभे के सहारे टिन शेड लगा था। आशू ने सहारा लेने के लिए जैसे ही खंभा पकड़ा तो वह करंट की चपेट में आ गया। यह देख आसपास के लोग घबरा उठे। दुकानदार उसे बचाने की कोशिश करने के बजाय वहां से भाग निकला। बिजली का झटका लगने से आशू करीब दस मिनट तक वहीं गिरकर तड़पता रहा। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। तब तक बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हो गए। आशू का चचेरा भाई आदिल समेत परिवार के अन्य लोग भी पहुंच गए। उसकी मौत से नाराज लोग शांति भवन के सामने सड़क पर उसका शव रखकर मुआवजे की मांग करने लगे। थोड़ी देर में एसडीएम शशिभूषण, एसडीओ गल्ला मंडी विकास सोनी कोतवाल संजय गुप्ता भी मौके पर पहुंच गए। चक्का जाम होने के सब्जी मंडी से लेकर शांति भवन के बीच वाहनों की कतार लग गई। अधिकारियों के समझाने-बुझाने के बाद नाराज लोग जाम खत्म करने पर राजी हुए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।
मौके पर एसडीओ को भेजकर जांच कराई गई। इसमें मालूम चला कि दुकानदार ने एक सर्विस केबल डाल रखी थी। उसकी केबल कई जगह से कटी पाई गई। इस कटी हुई केबल की वजह से टिन पर करंट आ रहा था। जिसकी चपेट में युवक आ गया। वहां बिजली विभाग का कोई भी खंभा नहीं था। परिवार की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र को मुख्यालय भेज दिया गया है। -अनुभव कुमार, अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड प्रथम
कैमरे बंद करके भाग निकला दुकानदार
जिस बीयर शॉप के बाहर हादसा हुआ, उसका दुकानदार घटना के तुरंत बाद कैमरे बंद करके भाग निकला। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है बीयर शॉप के दुकानदार ने हादसे के तुरंत बाद दुकान में ताला लगा दिया। कुछ देर बाद कैमरे आदि निकालकर वहां से भाग गया। उधर, आशू के चचेरे भाई आदिल ने कोतवाली पहुंचकर तहरीर दी है। उसने आरोप लगाया कि पास खड़े एक व्यक्ति ने उसे धक्का दे दिया। इस वजह से वह खंभे से चिपक गया।
हादसा सुन बेहोश हो गई गभर्वती पत्नी
जिस जगह हादसा हुआ वहां से करीब पांच सौ मीटर दूर ही आशू का घर है। थोड़ी ही देर में हादसे की खबर उसके घर तक पहुंच गई। हादसे के बारे में सुनकर परिवार के लोगों को यकीन नहीं हुआ। आशू की पत्नी पांच माह की गर्भवती है। पति की मौत की बात सुनते ही वह बेहोश हो गई। पड़ोस के लोग भी जमा हो गए। पत्नी को किसी तरह ढांढस बंधा रहे थे। आशू की दो बेटी हैं। इनमें बड़ी बेटी सुम्मो पांच साल और सिजरा तीन साल की है। मां को रोता देख वह दोनों भी बिलखने लगीं। परिजनों का कहना है कि आशू परिवार का इकलौता पुत्र था। जीविकोपार्जन भी उसी के सहारे होता था।