– खेल किट खरीद में किया था 99 लाख 80 हजार का किया था घोटाला
– वर्तमान में कन्नौज डायट में तैनात हैं पूर्व बीएसए वेदराम
संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। खेल किट खरीद घोटाले में पूर्व बीएसए वेदराम के खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू हो गई है। पूर्व बीएसए पर कस्तूरबा विद्यालयों में हुई नियुक्तियों में धांधली का भी आराेप है।विजिलेंस ने बीएसए कार्यालय से खेल किट खरीद के अभिलेख तलब किए हैं।
सत्र 2021-22 में शासन ने परिषदीय स्कूलों में खेल किट की खरीद के लिए 99.80 लाख रुपये बजट आवंटित किया था। विद्यालय स्तर पर जैम पोर्टल के जरिए खेल किट की खरीद जानी थी। इसमें प्राथमिक विद्यालयों के लिए 5000 रुपये, उच्च प्राथमिक विद्यालय और कंपोजिट विद्यालयों के लिए 10,000 रुपये भेजे गए थे। खेल किट में खरीदी जाने वाली सामग्री की सूची भी विद्यालयों को भेजी गई थी। लेकिन कुछ शिक्षकों ने शिकायत की कि उनपर दबाव बनाकर एक चुनिंदा फर्म से खेल किट खरीदने को मजबूर किया गया था। इसके अलावा कई विद्यालयों में धनराशि भेजने के बाद भी खेल किट नहीं मिली थी। खेल किट खरीदने में आनाकानी करने वाले शिक्षकों को निरीक्षण, वेतन अवरुद्ध और प्रतिकूल प्रविष्टि की धमकी दी जाती थी। वहीं दूसरी ओर कस्तूरबा विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति की भी शिकायत की गई थी। इन मामलों में पूर्व बीएसए वेदाराम के खिलाफ शासन ने विजिलेंस जांच के निर्देश दिए थे। अब विजिलेंस ने बीएसए को पत्र भेजकर खेल किट खरीद और नियुक्तियों को लेकर अभिलेख तलब किए हैं। मामले में चिरगांव, बंगरा और गुरसराय के तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी भी जांच के घेरे में हैं। बीएसए नीलम यादव के अनुसार विजिलेंस की ओर से पूर्व बीएसए पर लगे आरोपों के बारे में जानकारी मांगी गई है।