रेलवे की बैठक में सांसदों ने उठाया मुद्दा, बोेले- लोगों को काफी सुविधा मिलेगी
– बैठक में विकास कार्यों की ली जानकारी
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। झांसी रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले संसदीय क्षेत्र के सांसदों की शुक्रवार को बैठक हुई। इसमें सांसदों की ओर से कोरोना काल में छोटे स्टेशनों पर बंद किए गए ट्रेनों के ठहराव को फिर से शुरू करने की मांग की गई। सांसदों ने कहा कि ट्रेनों के ठहराव से लोगों को काफी सुविधा मिलेगी।
एक होटल में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सतीश कुमार ने सभी का स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने पीपीपी व्यवस्था के जरिये उत्तर मध्य रेलवे की समग्र तस्वीर प्रस्तुत की। साथ ही उपलब्धियों के बारे में बताया।
डीआरएम आशुतोष ने मंडल में यात्रियों को दी जा रहीं सुविधाओं और जारी परियोजनाओं की जानकारी दी। इस दौरान सांसदों और उनके प्रतिनिधियों की ओर से कई सुझाव दिए गए। बैठक का संचालन उप महाप्रबंधक अंकुर चंद्रा ने किया। आभार डीआरएम ने जताया।
बता दें कि बैठक में 10 सांसदों को आना था, लेकिन इनमें से पांच ही आए। बाकी पांच सांसदों के प्रतिनिधियों ने बैठक में हिस्सा लिया। उनकी ओर से सुझाव दिए गए।
सांसदों की ओर से आए ये सुझाव
– भानुप्रताप वर्मा (सांसद, जालौन व केंद्रीय मंत्री) : उरई-जालौन क्षेत्र में कोविड के दौरान बंद किए गए सभी ट्रेनों के ठहराव फिर से शुरू किए जाएं। गाड़ी संख्या 22467 महाकाल एक्सप्रेस का उरई स्टेशन पर ठहराव दिया जाए। एट-कोंच शटल का उरई तक विस्तार किया जाए।
– पुष्पेंद्र सिंह चंदेल (सांसद, हमीरपुर) : भोपाल से लखनऊ वाया महोबा, खजुराहो सीधी रेल सेवा शुरू की जाए। हमीरपुर स्टेशन का नाम बदलकर बरिपाल किया जाए। यमुना साउथ बैंक स्टेशन को विकसित किया जाए। झांसी-मानिकपुर मेमू में कोच बढ़ाए जाएं। महोबा स्टेशन के पुनर्विकास में उसे ऐतिहासिक लुक दिया जाए। साथ ही महोबा स्टेशन पर एस्केलेटर लगाया जाए।
– संध्या राय (सांसद, भिंड) : शताब्दी एक्सप्रेस को दतिया में ठहराव दिया जाए। दतिया स्टेशन का नाम बदलकर मां पीतांबरा के नाम पर रखा जाए। ग्वालियर से लखनऊ के बीच इंटरसिटी भिंड से होकर चलाई जाए। भिंड स्टेशन पर दिव्यांग कार्ड के लिए कैंप लगाया जाए। भिंड को राजधानियों से जोड़ा जाए।
– विवेक नारायण शेजवलकर (सांसद, ग्वालियर) : ग्वालियर-अहमदाबाद एक्सप्रेस का रोजाना संचालन किया जाए। इसके अलावा सभी सांसदों व उनके प्रतिनिधियों के सुझावों को अमल में लाया जाए।
बैठक में ये सुझाव भी आए
झांसी। मुरैना स्टेशन का नाम बदलकर क्रांतिकारी पंडित रामप्रसाद बिस्मिल के नाम पर रखा जाए। चित्रकूट धाम कर्वी स्टेशन का विकास कराया जाए। झांसी-इटारसी पैसेंजर का पुन: संचालन शुरू किया जाए। पुलिया नंबर नौ और हंसारी समपार फाटक पर आरओबी बनाया जाए। मऊरानीपुर से उरई के बीच सीधी रेल सेवा दी जाए। मुस्तरा स्टेशन का विकास किया जाए।