ग्राम बरोदा में फूड पॉइजनिंग के शिकार मरीजों का जाना हाल, डॉक्टरों से मिले, तीमारदार बोले-गनीमत है आए तो सही
अमर उजाला में खबर प्रकाशित होने के बाद सदर विधायक, एमएलसी और गरौठा विधायक के बेटे पहुंचे मेडिकल कॉलेज
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अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। पूंछ के ग्राम बरोदा में फूड पॉइजनिंग की घटना के पांच दिन बाद नेताओं को आखिरकार मरीजों की याद आ ही गई। उन्होंने बुधवार को मेडिकल कॉलेज पहुंचकर स्थिति का जायजा जरूर लिया लेकिन, मरीज ये कहते नजर आए कि नेता जी को अब हमारी याद आई है, जब एक मरीज की जान चली गई। मरीजों के तीमारदार हरिओम, राधेश्याम, भगवती देवी और राजेश कुमार तो बोले कि जब अखबार में इनकी बड़ी-बड़ी खबर छप गई, तब नेता जी दौड़े आए हैं।
ग्राम बरोदा में बीते शुक्रवार को आयोजित त्रयोदशी संस्कार में खाना खाने से एक हजार लोगों की हालत बिगड़ गई थी। इन मरीजों को मोंठ, समथर, चिरगांव के स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा मेडिकल कॉलेज में भी भर्ती कराया गया। गांव-गांव में कोहराम मचा हुआ था। प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांवों में लगातार डेरा डाले रहीं। बावजूद इसके सत्ता पक्ष व विपक्ष के किसी भी नेता ने मरीजों की सुध लेने की जरूरत नहीं समझी थी। इससे गांव के लोगों में काफी आक्रोश था। मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों और उनके कई तीमारदार नेताओं को खरी-खरी सुनाते मिले थे।
इस हकीकत को अमर उजाला के बुधवार के अंक में प्रकाशित खबर ‘वोट के लिए गली-गली में गए थे नेता जी, अब सैकड़ों बीमार पड़े… तब खैर नहीं ली किसी की’ के जरिये उजागर किया गया था। इस खबर के छपने के बाद हरकत में आए जनप्रतिनिधि बुधवार की दोपहर में ही मेडिकल कॉलेज पहुंच गए।
सदर विधायक रवि शर्मा और एमएलसी रमा निरंजन ने मेडिकल पहुंचकर मरीजों का हाल जाना और चिकित्सकों से बात कर सभी को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने की बात कही। वहीं, गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत के बेटे राहुल राजपूत ने भी मेडिकल पहुंचकर मरीजों से बात की।