अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। रक्सा के हैबदा गांव में परिवार के बीच चल रहे जमीनी विवाद में भतीजे ने चाचा पर फावड़े से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल होने पर उनको मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। मंगलवार दोपहर उनकी मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।
हैबदा गांव निवासी कालीचरण के दो पुत्र थे। बड़े पुत्र महेश की करीब 16 साल पहले मौत हो चुकी। उसके बाद कालीचरण छोटे बेटे सुरेश राजपूत (49) के साथ न रहकर महेश के पुत्र सुखनंदन के साथ रहते हैं। कालीचरण ने खेती-बाड़ी समेत घर सुखनंदन को दे दिया है। सुरेश के हिस्से कुछ नहीं आया। इससे सुरेश का अपने भतीजे सुखनंदन से विवाद होता था। पुलिस-थाने में भी दोनों ने एक दूसरे की शिकायत की है। परिजनों के मुताबिक सोमवार शाम करीब 4:30 बजे सुरेश शराब पीकर घर आया। शराब के नशे में वह सुखनंदन के घर पहुंचकर गाली-गलौज करने लगा। सुखनंदन की पत्नी रागिनी के बाहर निकलने पर उसके ऊपर हमला कर दिया। शोर-शराबा होने पर सुरेश खेत की ओर भाग निकला। सुरेश के पीछे सुखनंदन, कालीचरण, रागिनी भी खेत में पहुंच गए। सुखनंदन ने खेत में पड़ा फावड़ा सुरेश के ऊपर दे मारा। सुरेश के सिर एवं कंधे पर गंभीर चोट आ गई। लहूलुहान हाल में उसे वहीं छोड़कर हमलावर भाग निकले। सुबह परिजन घायल हाल में सुरेश को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। अभी तक किसी पक्ष की ओर से तहरीर नहीं मिली है।
मारपीट में रागिनी भी हो गई थी घायल
चाचा-भतीजे के बीच मारपीट के दौरान सुखनंदन की पत्नी रागिनी भी घायल हो गई थी। परिजन सोमवार रात ही घायल अवस्था में उसे लेकर थाने पहुंचे। पुलिस ने उसे उपचार के लिए अस्पताल भिजवा दिया था। रागिनी की हालत खतरे से बाहर है।