संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। जल निगम ने ग्वालियर रोड के बुंदेलखंड महाविद्यालय से लेकर सिद्धेश्वर मंदिर तक बीते दिनों पाइप लाइन के लिए खुदाई की थी। काम हो जाने के बाद विभाग ने गुणवत्ता विहीन रोड बनाकर रस्म अदायगी कर ली। जिस पर लोक निर्माण विभाग ने सड़क निर्माण को अपने मानकों पर फेल कर दिया। इसके बाद कई पत्र भेजकर सड़क बनाने को कहा लेकिन, जल निगम ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। अब पीडब्ल्यूडी ने सड़क को वैसा ही बनाने या उसका पैसा देने के लिए नोटिस भेजा है।
लोक निर्माण विभाग ने कुछ ही साल पहले बुंदेलखंड महाविद्यालय से लेकर ग्वालियर रोड रेलवे क्रॉसिंग तक सड़क निर्माण कराया था। इसके बाद इसी साल मार्च में जल निगम ने अपने प्रोजेक्ट के तहत लोक निर्माण विभाग ने महाविद्यालय से लेकर सिद्धेश्वर मंदिर के सामने तक लाइन डालने के लिए अनुमति मांगी थी। अनुमति मिलने के बाद डिवाइडर से सटकर जल निगम ने खुदाई कर पाइप लाइन डाली और फिर अपने अनुबंध अनुसार सड़क फिर से बनाने का दावा करते हुए खुदाई में निकले मलवे से गड्ढे भरकर ऊपर से तारकोल द्वारा उसे ढंक दिया। इसको लेकर पीडब्ल्यूडी ने कई बार आपत्ति दर्ज कराई और जल निगम को पत्र लिखकर सड़क का गुणवत्तापूर्ण निर्माण कराने को कहा। लेकिन, जल निगम ने इन पत्रों पर कोई प्रतिक्रिया न देते हुए सड़क का निर्माण नहीं कराया। इस स्थिति को देखते हुए अब लोक निर्माण विभाग ने जल निगम को नोटिस भेजकर कहा है कि उनकी इस कार्यप्रणाली से विभाग को 60 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। अब जल निगम या तो गुणवत्तापूर्ण सड़क बनाए या पैसा दे।
जल निगम ने जिस सड़क का निर्माण किया है वह मानकों के विपरीत है। लोगों द्वारा लगातार सड़क को लेकर शिकायतें की जा रही हैं। ऐसे में विभाग की छवि भी धूमिल हो रही है। हमने उन्हें फिर से नोटिस भेजकर मानक अनुसार रोड निर्माण कराने को कहा है। यदि वह रोड बनाना नहीं चाहते तो उसकी लागत का भुगतान करें।
राहुल शर्मा, एग्जिक्यूटिव इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी।