अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। खुद को इनकम टैक्स इंस्पेक्टर बताकर सिपाही से शादी रचाकर लाखों रुपये ऐंठने वाली जालसाज दुल्हन के बुंदेलखंड में सियासी रिश्ते उजागर हुए हैं। मामले की पड़ताल करने झांसी पहुंची कानपुर पुलिस को पता चला है कि वह लंबे समय तक कांग्रेस के एक प्रदेश स्तरीय नेता से जुड़ी रही। युवती के परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह करीब चार साल तक इन नेताओं की सरपरस्ती में रही थी। बुंदेलखंड के कुछ अन्य रसूखदार लोगों के नाम भी परिजनों ने पुलिस को बताए। ठगी में पकड़े जाने पर उनकी मदद से ही वह छूटकर बाहर आती थी।
8 अक्तूबर को कानपुर में फर्जी आयकर इंस्पेक्टर बनकर रह रही झांसी के गुरसराय के नुनार गांव निवासी युवती शिवांगी के फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ था। उसने खुद को इंस्पेक्टर बताकर पूंछ निवासी सिपाही जितेंद्र गौतम से शादी रचा ली थी। उससे लाखों रुपये हड़प लिए। शिवांगी और रुपयों की मांग कर रही थी लेकिन, शक होने पर जब जितेंद्र ने पता लगाया तब शिवांगी का फर्जीवाड़ा उजागर हो गया। जितेंद्र की तहरीर पर नजीराबाद पुलिस ने शिवांगी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया। न्यायालय ने कानुपर पुलिस को शिवांगी से संबंधित सभी दस्तावेज सत्यापित करके पेश करने का आदेश दिया। इस पर कानपुर पुलिस जांच पड़ताल के लिए मंगलवार को झांसी पहुंची। सबसे पहले वह शिवांगी के मायके नुनार गांव गई। यहां उसके पिता समेत पड़ोस एवं अन्य रिश्तेदारों से पूछताछ की। गांव के लोगों ने पुलिस को बताया कि कुछ साल पहले तक शिवांगी नियमित गांव आती थी। उसके साथ कांग्रेस के एक बड़े नेता भी यहां आते-जाते थे। उसके परिजनों ने भी पुलिस को शिवांगी के सियासी रिश्तों के बारे में बताया। पुलिस अफसरों के मुताबिक छानबीन में मालूम चला कि शिवांगी पहले से शादीशुदा है। घर में उसका पति बृजेंद्र समेत 13 साल की बेटी एवं 10 साल का बेटा है। पुलिस जालसाज दुल्हन के ठगी के दूसरों मामलों की भी तलाश कर रही है।