अगले दो महीनों तक कीमतों का यही रुख रहने के आसार
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। झांसी में टमाटर पेट्रोल-डीजल से भी महंगा हो गया है। कीमत 120 रुपये प्रति किलोग्राम पर जा पहुंची है। दाम बढ़ने से इसकी मांग में भी भारी गिरावट आई है। वर्तमान में टमाटर कर्नाटक और तमिलनाडु से मंगाया जा रहा है, लेकिन इसकी आवक आधी से भी कम रह गई है। कारोबारी अगले दो महीने तक टमाटर की कीमतों का यही रुख रहने के आसार जता रहे हैं।
यूं तो झांसी में भी टमाटर की खेती होती है लेकिन इतनी नहीं जो लोगों की मांग को पूरा कर सके। लिहाजा शिवपुरी और कानपुर से भी टमाटर आता है। लेकिन, इस बार पहले तेज गर्मी और उसके बाद उम्मीद से पहले हुई भारी बारिश की वजह से इन जगहों से टमाटर आना बंद हो गया है। ऐसे में यहां के कारोबारी कर्नाटक और तमिलनाडु से टमाटर मंगा रहे हैं, जो मय भाड़े के उन्हें 80-90 रुपये प्रति किलो पड़ रहा है। थोक में महंगा आने पर फुटकर में भी महंगा जा रहा है। इससे फुटकर में प्रति किलो के दाम 120 रुपये तक पहुंच गए हैं। जबकि, यहां पेट्रोल 96.25 और डीजल 89.43 रुपये प्रति लीटर की दर से मिल रहा है। झांसी पेट्रोल-डीजल डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव बब्बर के अनुसार तेल की कीमतों में पिछले कई महीनों से स्थिरता की स्थिति है। वहीं, टमाटर के दाम लगातार उछाल मार रहे हैं।
मंडी कारोबारी कुंदनदास के अनुसार टमाटर की कीमतों में इस बार रिकॉर्ड तेजी है। 15-20 दिनों के भीतर ही भाव 20-30 रुपये प्रति किलो बढ़ गए हैं। कीमतों में तेजी से इसकी मांग भी घटी है। पहले रोजाना मंडी में टमाटर के छह-सात ट्रक आते थे, परंतु अब बमुश्किल दो-तीन ट्रक ही आ रहे हैं। अभी अगले दो महीनों तक यही स्थिति बनी रहने के आसार हैं। वहीं, फुटकर कारोबारी राहुल चौरसिया ने बताया कि दुकान पर टमाटर बेचना ही बंद कर दिया है। महंगा होने की वजह से लोग ले नहीं रहे हैं, जबकि टमाटर दो दिन में ही खराब होने लगता है। ऐसे में नुकसान उठाना पड़ता है।
बढ़ी हुई कीमतों के चलते टमाटर खाने की थाली से भी गायब होने लगा है। होटल-रेस्टोरेंट संचालक भी सलाद में टमाटर देने से हाथ पीछे खींचने लगे हैं।