झांसी। वीरों की धरती के रूप में दुनियाभर में प्रसिद्ध झांसी की पहचान जल्द ही सैन्य गाड़ियों के निर्माण के क्षेत्र में होगी। यहां के जनरल विपिन रावत डिफेंस कॉरिडोर में सेना की गाड़ियां बनाई जाएंगी। इसके लिए एक कंपनी को मंगलवार को 10 एकड़ जमीन आवंटित की गई। कंपनी तीन माह में यूनिट का निर्माण शुरू कर देगी। वहीं, 2025 में गाड़ियों का निर्माण की भी शुरू होने की उम्मीद है। यहां सेना के वाहनों के साथ-साथ टावर शेल्टर व जैमर शेल्टर भी बनाए जाएंगे।
फरवरी में लखनऊ में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 216 कंपनियों ने झांसी में एक लाख चालीस हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के प्रस्ताव दिए थे। फरीदाबाद की कंपनी स्वर्ण इंफ्राटेल प्राइवेट लिमिटेड और सरकार के बीच भी एमओयू साइन हुआ था। कंपनी ने 100 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया था।
3000 लोगों को मिलेगा रोजगार
इस यूनिट से करीब 3000 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। इनमें सीधे तौर पर 900 लोगों को रोजगार मिलेगा। अप्रत्यक्ष रूप से लगभग दो हजार लोगों को काम मिलने की उम्मीद है।
डिफेंस कॉरिडोर में चौथे प्लॉट का आवंटन
उपायुक्त उद्योग मनीष चौधरी ने बताया कि डिफेंस कॉरिडोर में यह चौथा प्लॉट आवंटन है। इसके पहले भारत डायनामिक्स लिमिटेड को 183.51 हेक्टेअर जमीन दी गई है। केंद्रीय लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय 8.09 हेक्टेअर जमीन पर टूल सेंटर का निर्माण करेगी। वहीं, लारेंस डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड को आठ हेक्टेअर जमीन दी गई है।