अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। झांसी से 64 यात्रियों को लेकर आईआरसीटीसी की भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन बृहस्पतिवार की शाम रवाना हुई। नौ दिन और 10 रातों के सफर के दरम्यान इस ट्रेन के जरिये श्रद्धालुओं को सात ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कराए जाएंगे।
गोरखपुर से चलकर विभिन्न स्टेशनों से होती हुई बृहस्पतिवार की शाम झांसी आई भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन में साढ़े पांच सौ से अधिक यात्री सवार थे। गाड़ी के सभी कोच एलएचबी थे। इससे यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ गाड़ी के अंदर उन्हें जगह भी ज्यादा मिली, ताकि वे आराम से अपना सफर पूरा कर सकें। इसके अलावा गाड़ी के एक कोच में मंदिर बनाया गया है। साथ ही योगाभ्यास की भी व्यवस्था की गई है। गाड़ी की पैंट्रीकार भी हाईटेक मशीनों से लैस है। झांसी स्टेशन से गाड़ी में 64 यात्री सवार हुए, जिन्हें छोड़ने के लिए यहां उनके परिजन भी पहुंचे। यात्रा के दौरान गाड़ी में सवार श्रद्धालुओं को महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, सोमनाथ, द्वारिकाधीश, नागेश्वर, त्र्यंबकेश्वर, घृष्णेश्वर व भीमाशंकर के दर्शन कराए जाएंगे। गाड़ी एक जुलाई को वापस लौटेगी।
छह घंटे की देरी से आई, यात्री हुए परेशान
झांसी। भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन को झांसी स्टेशन पर बृहस्पतिवार की सुबह 11.28 बजे झांसी पहुंचना था। तमाम यात्री तय समय से पहले यहां पहुंच गए थे। लेकिन, गाड़ी लगभग सवा छह घंटे की देरी से शाम 5.17 बजे झांसी पहुंची। घंटों ट्रेन के इंतजार में यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। ट्रेन के झांसी पहुंचने पर कई यात्रियों ने आईआरसीटीसी के कर्मचारियों के समक्ष अपना गुस्सा भी जाहिर किया।
सभी यात्रियों को दिया गया छाता
झांसी। आईआरसीटीसी की ओर से ट्रेन में सवार सभी यात्रियों को छाते दिए गए। ज्योतिर्लिंगों के दर्शन के दौरान यह छाते धूप व बारिश से बचाव के लिए यात्रियों के काम आएंगे। बता दें कि आईआरसीटीसी की ओर से यात्रियों के लिए होटलों में रुकने की भी व्यवस्था की गई है।