अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। मंगलवार को रेलवे कोर्ट में पेशी के बाद बंदी वाहन का दरवाजा खोलकर तीन बदमाशों के भागने के मामले में पुलिस कर्मियों की लापरवाही मानी गई है। बुधवार को पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक सुभाष सिंह ने सुरक्षा ड्यूटी में तैनात तीन दरोगा समेत पांच सिपाहियों के खिलाफ जीआरपी थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज करा दी है। फरार होने वाले तीन बंदियों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। वहीं, एसएसपी ने इन आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित भी कर दिया है।
मंगलवार दोपहर करीब 1.40 बजे रेलवे कोर्ट में 13 पुलिसकर्मियों का गारद सात बंदियों को पेशी के बाद वापस ले जा रहा था। इसी दौरान बंदी वाहन का दरवाजा खोलकर तीन बंदी वहां से फरार हो गए। पुलिस कई घंटे तक इनको तलाशती रही लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद बुधवार देर-रात इन बंदियों की सुरक्षा में तैनात दरोगा सुरेश सिंह यादव, हरिश्चंद्र सिंह, राजेंद्र अनुरागी, पंकज सिंह समेत मुख्य आरक्षी शिवपाल सिंह, सुनील कुमार, संदीप कुमार, जितेंद्र कुमार समेत आरक्षी अनिल कुमार के खिलाफ आरआई सुभाष सिंह ने सरकारी कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में जीआरपी थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसके साथ ही पुलिस को चकमा देकर फरार होने वाले बृजेंद्र उर्फ हजरत (27) पुत्र राजेंद्र निवासी करेरा शिवपुरी, गया प्रसाद उर्फ गुड्डा (23) पुत्र कल्लू निवासी सागर एवं शैलेंद्र (20) पुत्र मनीराम निवासी रेशम मिल पुरानी लाइन ग्वालियर के खिलाफ आईपीसी की धारा 223 एवं 224 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसएसपी राजेश एस का कहना है कि सरकारी कार्य में लापरवाही पाए जाने पर तीन दरोगा समेत पांच सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। इनकी भूमिका की जांच के लिए कमेटी भी बनाई गई है।
वैन का दरवाजा खोलकर भागे थे बदमाश
आरआई सुभाष सिंह की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में तीनों बदमाशों के वैन का दरवाजा खोलकर भाग जाने की बात दर्ज कराई है। पुलिस की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में बताया कि दोपहर करीब 1.40 बजे जब बंदियों की पेशी की कार्रवाई कराई जा रही थी, उसी समय वैन में सवार बंदी दरवाजा खोलकर भाग निकले।