ग्वालियर से झांसी की ओर आते समय सूरत एक्सप्रेस में हुई सनसनीखेज वारदात, घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। मंगलवार की रात दुष्कर्म में नाकाम रहने पर तीन बदमाशों ने महिला व उसके साथी युवक को चलती ट्रेन से ग्वालियर के पास बिलौआ के जंगल में नीचे फेंक दिया। इस घटना में दोनों घायल हो गए। बेहोश महिला को उसका साथी युवक मुश्किल से अस्पताल पहुंचा पाया। यहां दोनों का इलाज जारी है। जीआरपी ने मामला दर्ज कर आरोपी युवकों की तलाश शुरू कर दी है।
झारखंड के पलामू शहर के एक गांव निवासी 22 वर्षीय युवक किसी काम से अपनी 32 साल की महिला रिश्तेदार के साथ लखनऊ आया हुआ था। मंगलवार की रात वे लखनऊ से गाड़ी संख्या 19054 मुजफ्फरपुर-सूरत एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार होकर गुजरात के लिए रवाना हुए। गाड़ी रात तकरीबन 10 बजे ग्वालियर पहुंची। यहां कुछ देर के ठहराव के बाद झांसी की ओर रवाना हुई। गाड़ी तकरीबन 15 किलोमीटर आगे बढी थी, तभी तीन बदमाश आकर उनके पास बैठ गए। वे महिला को अश्लील इशारे करने लगे। युवक व महिला के चुप रहने पर वे अभद्रता पर उतारू हो गए। वे महिला का वीडियो बनाने लगे और फोटो भी खींचे। इका विरोध करने पर युवकों ने मारपीट शुरू कर दी। बदमाशों से पीछा छुड़ाने के लिए महिला अपने साथी युवक के साथ गाड़ी के गेट पर आकर बैठ गई। तीनों बदमाश उनके पीछे गेट पर आ गए। उन्होंने महिला के साथ दुष्कर्म की कोशिश की। विरोध करने पर तीनों युवकों ने मारपीट करते हुए दोनों को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। इससे दोनों घायल हो गए। महिला बेहोश हो गई। आसपास कोई मददगार न दिखाई देने पर घायल युवक किसी तरह महिला को बेहोशी की हालत में हाथों में उठाकर आगे बढ़ा। काफी दूर चलने के बाद एक गांव में पहुंचा, जहां उसे मदद मिल पाई। महिला को एंबुलेंस से ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल भेजा गया। वहां दस घंटे तक चले इलाज के बाद उसे होश आया। महिला की हालत खतरे से बाहर है।
युवक की तहरीर पर ग्वालियर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी युवकों की तलाश शुरू कर दी है। इस संबंध में ग्वालियर के एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि बदमाशों की तलाश के लिए दो टीमें बनाईं गईं हैं। स्टेशन से लेकर घटनास्थल तक के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। साथ ही मोबाइल टावर व एक्टिव फोन नंबर की डिटेल भी मंगाई गई है। जल्द आरोपी गिरफ्त में होंगे।