अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। दोस्तों संग मछली पकड़ने गए युवक की डोंगरी डैम में डूबने से मौत हो गई। वह अपने पांच दोस्तों संग रविवार दोपहर डैम में मछली मारने पहुंचा था लेकिन, फिसलकर डैम में जा गिरा। शोर-शराबा होने पर आसपास के लोगों की मदद से दोस्तों ने उसका शव बाहर निकाला। तब तक बबीना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है। वहीं, परिजन युवक की हत्या का आरोप लगा रहे हैं। घटना के बाद से उसके दो दोस्तों का पता नहीं चला। उधर, पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

प्रेमनगर के रेलवे कॉलोनी निवासी सिद्धार्थ उर्फ कुन्नू (19) पुत्र मनोज रायकवार प्राइवेट काम करता था। परिजनों के मुताबिक रविवार दोपहर सिद्धार्थ को उसके दोस्त किशन रायकवार, राहुल, हरगोविंद, सोनू और संदीप घर से बुलाकर ले गए। यह सभी लोग सफा चमरौआ के पास स्थित डोंगरी डैम में मछली पकड़ने पहुंचे। सभी अलग-अलग जगह बैठकर मछली पकड़ रहे थे। सिद्धार्थ बांध के दाहिनी ओर बैठा था। अचानक सिद्धार्थ फिसलकर बांध के अंदर जा गिरा। यह देख वहां मौजूद गार्ड समेत अन्य लोग शोर मचाने लगे। चीख-पुकार मचने पर उसके दोस्त भी पहुंचे। बाहर ही सिद्धार्थ की चप्पल और मछली पकड़ने का कांटा पड़ा था। उन लोगों ने सिद्धार्थ को बाहर निकाला। पत्थर के अंदर उसका एक पैर फंसा था लेकिन, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। परिवार के लोग भी वहां पहुंच गए। बबीना इंस्पेक्टर रणविजय सिंह का कहना है कि परिजनों की ओर से अभी तहरीर नहीं दी गई है। मामले की छानबीन कराई जा रही है।

अच्छा तैराक था सिद्धार्थ

मामा अमित रायकवार के मुताबिक सिद्धार्थ अच्छा तैराक था। उसकी लंबाई करीब 5 फीट थी। ऐसे में वह महज चार फुट पानी में डूब कर नहीं मर सकता। घटना के बाद दो दोस्त वहां से भाग निकले। रात तक वह वापस लौटकर नहीं आए। परिजनों ने बबीना थाने पहुंचकर तहरीर देने की बात कही है। उन लोगों ने हत्या का आरोप लगाया है। सिद्धार्थ तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उसके पिता मनोज की करीब 6 माह पहले बीमारी से मौत हो चुकी है। बेटे की मौत से मां शशि का रो-रोकर बुरा हाल है।



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