ललितपुर। प्रेम विवाह करके युवती का शारीरिक शोषण करते हुए दुष्कर्म करने के मामले में पुलिस ने उपनिरीक्षक व उसके चार परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

जनपद कानपुर अंतर्गत एक मोहल्ला निवासी युवती ने पुलिस अधीक्षक को एक प्रार्थना पत्र दिया। जिसमें बताया कि कोतवाली ललितपुर में तैनात उपनिरीक्षक अतुल तिवारी निवासी पाली फतनपुर प्रतापगढ से फेसबुक के माध्यम से उसकी बात शुरू हुई और प्रेम प्रसंग चला। उससे मिलने के लिए आरोपी अतुल तिवारी आता रहा और उसे भी बुलाता रहा। इतना ही नहीं आरोपी ने उसे शादी का आश्वासन देकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डालता रहता। 20 मई 2020 को भोपाल के विष्णु मंदिर में विवाह किया। उज्जैन और भोपाल में वह दोनों पति-पत्नी के रूप में होटल में रहे थे। इस बारे में उसने डर के कारण अपने परिवार को नहीं बताया कि उसने विवाह कर लिया। अतुल तिवारी ने यह कहते हुए मना कर रखा था कि वह परिवार को मना लेगा तब बता देना। जब उसने अतुल की मां ऊषा तिवारी को फोन करके विवाह के बारे में बताया तो उन्होंने गाली गलौज करके फोन काट दिया। अतुल की बहन को बताया तो उसने उसे पागल व चरित्रहीन बोलते हुए फोन काट दिया। अतुल के चाचा को फोन किया तो उन्होंने इस विवाह को नहीं मानने की बात कही। उसने यह सब बात अतुल तिवारी को बताई तो वह उससे लड़ाई झगड़ा करता रहा और उससे कोई मतलब न होने की बात कही। पत्र में पीड़िता ने बताया कि आरोपी उपनिरीक्षक ने उसे शादी करने के झांसे में रखकर मिलता रहा और उसका शारीरिक शोषण करता रहा। उसे कई बार ललितपुर के रूम पर चौकी नेहरूनगर के पास कमरे में लाकर दुष्कर्म किया। पत्र में पीड़िता ने यह भी बताया कि उसके पास दोनों के फोटो व वीडियो है। 4 मई को जानकारी हुई कि वह किसी और से शादी करने जा रहा है। तो उसने आरोपी उपनिरीक्षक के परिजनों को फोन करके बताया तो आरोपी उसके साथ गाली गलौज की। इसके साथ अतुल के चाचा हरीशंकर व जीजा राकेश ओझा द्वारा उसे व उसके परिवार वालों को धमकी दे रहे है। एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। एसपी के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने उपनिरीक्षक सहित उसके चार परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

वर्तमान में पुलिस लाइन में है तैनाती

प्रेम प्रसंग में फंसाकर युवती का शारीरिक शोषण करने वाला आरोपी अतुल तिवारी कुछ समय पूर्व तक कोतवाली अंतर्गत चौकी नेहरू नगर प्रभारी के पद पर तैनात था। हाल ही में पुलिस अधीक्षक ने उसका स्थानांतरण पुलिस लाइन कर दिया था।

मान-मनौव्वल के बाद भी नहीं संभल सका मामला

यह मामला मई माह में तब ललितपुर पुलिस के संज्ञान में आया था जब युवती ने ललितपुर पहुंचकर अतुल तिवारी के खिलाफ शिकायती पत्र दिया था। जिसके बाद दरोगा को जोकि उस समय अवकाश पर चल रहा था को बुलाया गया था। यहां पर दोनों पक्षों के बीच मान-मनौव्वल का दौर चला था। बताया जाता है कि उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद एक समझौता हुआ था।



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