अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। शादी के दो माह बाद हुई नवविवाहिता की मौत की गुत्थी उलझ गई। पति अभी तक विवाहिता की मौत की वजह उसके फांसी लगाने को बता रहा था लेकिन, रविवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद आई रिपोर्ट ने फांसी से मौत होने की बात नकार दी। उसके गले समेत पूरे शरीर में चोट के निशान नहीं मिले। ऐसे में जहर से उसकी मौत होने की आशंका जताई जा रही। पुलिस ने विसरा सुरक्षित करा दिया है। वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पति समेत ससुराल के अन्य लोग भी शक के घेरे में आ गए। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
चिरगांव के पचार गांव निवासी उमेश अहिरवार की शादी 30 मई 2023 को जालौन निवासी मंगला (20) से हुई थी। 25 दिन पहले ही मंगला ससुराल आई थी। शनिवार दोपहर उमेश ने पुलिस को बताया कि मंगला ने फांसी लगा ली है। वह लोग जब तक उसे उतारकर अस्पताल ले गए, उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर इंस्पेक्टर जेपी पाल भी अस्पताल पहुंच गए। पंचनामा भरकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रविवार को मंगला के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी से मौत होने की बात गलत निकली। गले पर फंदे का कोई भी निशान नहीं मिला। जहर से उसकी मौत की आशंका जताई जा रही है। वहीं, इंस्पेक्टर जेपी पाल का कहना है कि विवाहिता की मौत का मामला संदिग्ध है। अभी तक ससुराल के लोग उसके फांसी लगाए जाने की बात कह रहे थे लेकिन, यह बात गलत निकली। मामले की छानबीन कराई जा रही है।
मायके पक्ष के लोगों ने लगाया हत्या का आरोप
मंगला की मौत की खबर लगते ही मायके पक्ष के लोग भी मेडिकल कॉलेज पहुंंच गए। चाचा जयहिंद ने कहा कि शादी के दिन से ही ससुराल के लोग दहेज के लिए परेशान करने लगे थे। उधर, मंगला के पति उमेश का कहना था कि मंगला अपने जीजा से बहुत ज्यादा बात करती थी। इसके लिए मना करने पर मंगला नाराज हो गई। इसी वजह से उसने फांसी लगा ली।