एक अप्रैल से रानी कमलापति से नई दिल्ली के बीच शुरू हुआ था संचालन, 16 शीशे बदले गए

– दिल्ली से आगरा के बीच कई बार हुई हो चुकी पत्थरबाजी

अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। रानी कमलापति से नई दिल्ली के बीच चलने वाली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस पत्थरबाजों के निशाने पर है। हालात यह हैं कि ढाई महीने में ट्रेन के 30 शीशे पत्थरबाजी से टूट चुके हैं। हालांकि, गनीमत यह रही कि पत्थरबाजी में किसी यात्री को नुकसान नहीं पहुंचा।

भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन तक जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ एक अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इस गाड़ी को झांसी, ग्वालियर व आगरा कैंट स्टेशन पर दो-दो मिनट का ठहराव दिया गया है। 160 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली देश की सेमी हाईस्पीड ट्रेन पत्थरबाजों के निशाने पर है। ट्रेन के एग्जीक्यूटिव और चेयरकार कोच पर कई बार पत्थरबाजी हो चुकी है। पत्थर लगने से ट्रेन की 30 खिड़कियों के शीशे क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। हालांकि, इनमें से 16 शीशे भोपाल मंडल के कैरिज एंड वैगन स्टाफ द्वारा बदले जा चुके हैं। 14 कांच अभी भी ऐसे लगे हुए हैं, जिन पर पारदर्शी टेप लगाकर काम चलाया जा रहा है।

यह कांच कोच नंबर ई-2, सी-3, सी-4, सी-5, सी-6 व सी-7 की खिड़कियों पर लगे हैं। पत्थरबाजी की ज्यादातर घटनाएं दिल्ली से आगरा के बीच हुईं हैं। इक्का-दुक्का घटनाएं ग्वालियर में भी सामने आईं हैं।

भोपाल रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सूबेदार सिंह ने बताया कि ट्रेन का नियमित मेंटनेंस किया जाता है। पत्थर लगने से क्षतिग्रस्त हुए कांचों को बदलवाया जा रहा है। इसके अलावा पत्थरबाजी पर अंकुश लगाने के लिए भी रेलवे की ओर से कदम उठाए जा रहे हैं।

18 दिन बाद ही कर दिया गया था पथराव

झांसी। भोपाल से नई दिल्ली जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की कमलापति स्टेशन से शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अप्रैल 2023 को की थी। इसके अलावा 18 दिन बाद ही 19 अप्रैल को असामाजिक तत्वों ने ट्रेन पर पथराव का एक कांच क्षतिग्रस्त कर दिया था। इसके बाद से लगातार पथराव की घटनाएं सामने आ रहीं हैं। कांच तोड़ने की ज्यादातर घटनाओं में ट्रैक पर पड़ी बड़े आकार की गिट्टी का इस्तेमाल किया गया। रेलवे की पड़ताल में पथराव में बच्चों की भूमिका सामने आई है।



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