संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। देशभर में सूखे की पहचान बना बुंदेलखंड अब पर्यटकों की पसंद बन गया है। झांसी और ललितपुर के पर्यटन स्थलों को देखने के लिए इन दिनों खूब सैलानी आ रहे हैं। पर्यटन विभाग के रिकार्ड के मुताबिक पिछले पांच साल में सैलानियों की संख्या में पचास फीसदी का इजाफा हुआ है।
रानी लक्ष्मीबाई की वीरता से विश्वभर में पहचाने जाने वाली झांसी में पर्यटन स्थलों की भरमार है। झांसी का किला, बरुआसागर का किला और झरना, रानी महल, महाराजा गंगाधर राव की छतरी, गणेश मंदिर, पारीछा बांध, सुकवां ढुकवां, माताटीला, शहजाद बांध, राजघाट बांध, दशवतार मंदिर, मुचकुंद की गुफाएं, देवगढ़, ओरछा के साथ ही झांसी और ललितपुर के पर्यटन स्थल सैलानियों को खूब लुभा रहे हैं। जिसके चलते यहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं और यहां की प्रकृति की खूबसूरती के मुरीद हो जाते हैं। महज पांच साल के भीतर ही देसी और विदेशी सैलानियों की संख्या दोगुनी हो गई है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी कीर्ति के मुताबिक झांसी और ललितपुर में पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है।
आज सुकवां ढुकवां का भम्रण करेंगे स्कूली बच्चे
झांसी। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की टूरिज्म एंड ग्रीन इंवेस्टमेंट योजना के तहत स्कूली बच्चों को सुकवां ढुकवां बाध के साथ ही अन्य पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। बुधवार को कलक्ट्रेट से जिलाधिकारी हरी झंडी दिखाकर दो स्कूली बसों को रवाना करेंगे।