– मुनि सुधा सागर महाराज ने कहा – पशुओं का निर्यात बहुत बड़ा पाप
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। केंद्र सरकार के पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने पशु आयात और निर्यात विधेयक का मसौदा तैयार किया है। इसे जल्द कैबिनेट में लाने की तैयारी है। इस विधेयक को जैन मुनि सुधा सागर महाराज ने बड़ा पाप बताया है। वहीं विधेयक के मसौदे के विरोध में देशभर का जैन समाज सड़क पर उतरा है। झांसी-ललितपुर समेत दिल्ली, जयपुर, अशोक नगर, इंदौर और मुंबई समेत तमाम शहरों की जैन समाज ने विधेयक का विरोध करने का ऐलान किया है। शनिवार को झांसी में जैन समाज के लोगों ने डीएम को केंद्रीय मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।जैन तीर्थ करगुवां में विराजमान मुनि सुधा सागर महाराज ने कहा कि पशुधन का निर्यात करके सरकार गलत करने जा रही है। जिंदा पशु के विदेश जाने से मांस खाने के बराबर पाप लगता है। मुनिश्री के आह्वान के बाद जैन श्रावक-श्राविकाओं ने विधेयक का विरोध करने का ऐलान किया।
झांसी में कलक्ट्रेट में पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि जिंदा पशुओं के निर्यात से राष्ट्रीय पशु संपत्ति के हितों पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। विधेयक में संशोधन किया जाए। जैन पंचायत के महामंत्री कमल जैन ने कहा कि मूक जानवरों की रक्षा करना सबका नैतिक कर्तव्य है। जैन समाज इस विधेयक का विरोध करती है। जैन समाज के लोगों ने केंद्र सरकार के पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के संयुक्त सचिव के नाम ज्ञापन डीएम को सौंपा।
इस मौंके पर प्रवीण जैन, निलय जैन, भागचंद्र जैन, सुभाष जैन सत्यराज, अशोक जैन रतन, सुधीर जैन बघेरा, जगमोहन मिश्रा मौजूद रहे।