– आरोपी को थाने से छोड़े जाने का मामला पकड़े हुए है तूल
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। यूपी संपर्क क्रांति में यात्रा कर रहे वैज्ञानिक और उनकी पत्नी पर पेशाब करने के आरोपी का रेलवे एक्ट में चालान कर छोड़े जाने का मामला तूल पकड़े हुए है। इसे देखते हुए मामले की जांच के लिए डीआरएम ने दो सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया है। कमेटी अपनी रिपोर्ट सोमवार को सौंपेगी।
बुधवार की रात यूपी संपर्क क्रांति में बीएचयू के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक डा. जीएन खरे पत्नी ऊषा खरे के साथ एसी कोच में यात्रा कर रहे थे। कोच में दिल्ली निवासी युवक रितेश भी यात्रा कर रहा था। वह शराब के नशे में धुत था। ट्रेन के झांसी स्टेशन के पास पहुंचने पर युवक रितेश ने वृद्ध दंपती पर पेशाब कर दी थी। ट्रेन के झांसी पहुंचने पर उसे आरपीएफ ने गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन, कुछ ही समय बाद उसका रेलवे एक्ट में चालान काटकर छोड़ दिया गया था। आरपीएफ की इस कार्यशैली पर पीड़ित वैज्ञानिक की ओर से गहरी नाराजगी जताई गई है। उनका कहना है कि बेहद घिनौना काम करने वाले युवक को कम से कम जेल तो भेजा ही जाना चाहिए था। पिछले दो-तीन दिनों से यह मामला सुर्खियों में बना हुआ है। इसकी जांच के लिए डीआरएम दीपक कुमार सिन्हा ने दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है, जिसमें आरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट व असिस्टेंट कॉमर्शियल मैनेजर को शामिल किया गया है। कमेटी से सोमवार तक रिपोर्ट मांगी गई है। कमेटी इस पूरे मामले में जीआरपी की भूमिका की भी जांच करेगी।
दो सदस्यीय कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए हैं। यह कमेटी ट्रेन में हुई घटना की बिंदुवार जांच करेगी। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। – दीपक कुमार सिन्हा, डीआरएम
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डीआरएम से मिले कांग्रेसी, गिरफ्तारी की मांग
झांसी। शनिवार को कांग्रेसियों ने डीआरएम से भेंट कर वृद्ध दंपती पर पेशाब करने के आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजे जाने की मांग की। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सोमवार तक आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह डीआरएम कार्यालय परिसर में धरने पर बैठ जाएंगे। इस मौके पर पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य समेत मुकेश अग्रवाल, इम्तियाज हुसैन, राजेंद्र यादव, मनोज गुप्ता, शफीक अहमद, अमीर चंद आर्य, छोटे राजा कमर, रोवेश खान आदि मौजूद रहे।