अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। चिरगांव में बच्चों के बीच हुए विवाद में बात बढ़ने पर पड़ोसी आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट होने लगी। इस विवाद में एक बुजुर्ग घायल हो गए थे जिनकी कुछ ही देर बाद मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस बुजुर्ग के दामाद को ही पकड़ कर थाने ले गई। पत्नी के एसएसपी से गुहार लगाने के बाद उसे छोड़ा गया। उधर, पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है। बुजुर्ग के परिजन पड़ोसियों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
मंगलवार शाम चिरगांव निवासी विजय कुमार के पड़ोस में गांव के लोग जमा थे। विजय के पुत्र श्लोक (12) पर एक किशोर ने गुटखा खाकर थूक दिया था। इसको लेकर दोनों के बीच मारपीट हो गई। वहां खड़े युवकों ने श्लोक को पीट दिया। यह देख विजय एवं उसकी पत्नी रानी ने विरोध जताया। बात बढ़ने पर विजय के ससुर संतोष अहिरवार (70) भी बाहर निकल आए। आरोपियों ने सभी को घेरकर मारपीट शुरू कर दी। संतोष की भी लात एवं घूंसों से पिटाई कर दी। संतोष घायल होकर जमीन पर गिर पड़े। संतोष को अस्पताल ले जाया गया। उधर, दूसरा पक्ष थाने जा पहुंचा। रात में पुलिस विजय और उसके बड़े बेटे को मारपीट के आरोप में उठा ले गई। रात भर थाने में बंद रखा। सीने में चोट लग जाने से बुधवार सुबह संतोष ने दम तोड़ दिया। रानी ने थाने पहुंचकर संतोष की मौत की बात पुलिस को बताई लेकिन, विजय को पुलिस ने नहीं छोड़ा। परेशान होकर बुधवार को रानी एसएसपी कार्यालय पहुंच गई। एसएसपी के दखल पर पुलिस ने विजय और उसके बेटे को छोड़ा। सीओ मोंठ लक्ष्मीकांत गौतम के मुताबिक पूछताछ के लिए विजय को थाने लाया गया था। बाद में विजय के ससुर की मौत हुई। उनके शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
बेटी से मिलने आए थे पिता, हो गई मौत
संतोष बेटी रानी से मिलने दामाद के यहां आए थे लेकिन, उनको यहां जान से हाथ धोना पड़ा। जालौन के एट थाना क्षेत्र के जखौली गांव निवासी संतोष अहिरवार (70) खेती किसानी करते थे। 17 सितंबर को बेटी रानी से मिलने वह चिरगांव आए थे। बेटी रानी का कहना है विवाद के बाद आरोपियों ने संतोष पर लात-घूंसे बरसाए। इस वजह से उनकी मौत हो गई। ससुर की मौत के समय दामाद थाने में था। उनको छुड़वाने के लिए उसे झांसी तक भाग-दौड़ करनी पड़ी।