अवैध संबंधों में रोड़ा बनी थी पत्नी, एक महिला रिश्तेदार से थे संबंध, हत्या के बाद फरार हो गया पति

घर में रखे मछली काटने वाले चाकू से किए ताबड़तोड़ वार, पहले पी थी शराब

अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। प्रेमनगर थाना इलाके में अवैध संबंधों में रोड़ा बनी पत्नी को पति ने चाकू से गोदकर मार डाला। इससे भी उसका मन नहीं भरा तो उसने ताबड़तोड़ वार करने के बाद चाकू पत्नी के पेट में घुमा दिया। आरोपी ने हत्या से पहले चारों बेटियों और इकलौते बेटे के खाने में नींद की गोलियां मिलाकर गहरी नींद सुला दिया था। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

बिजौली निवासी संजीव रायकवार रेलवे के एक ठेकेदार के यहां काम करता था। उसके प्रेमनगर क्षेत्र में रहने वाली एक महिला रिश्तेदार से ताल्लुकात थे। उससे मिलने वह अक्सर जाया करता था। लेकिन, उसकी पत्नी रेखा (35) इसका विरोध करती थी। इसी बात को लेकर दोनों में अक्सर झगड़ा होता था।

शुक्रवार की दोपहर संजीव घर पर था। उसने घर पर मुर्गा बनाया और शराब पार्टी की। इसी बीच उसका पत्नी से फिर झगड़ा हो गया। इसके बाद पत्नी कमरे में जाकर लेट गई। कुछ देर बाद संजीव घर में रखा मछली काटने वाला चाकू लेकर पत्नी के पास पहुंचा। इससे पहले की रेखा को संभलने का मौका मिल पाता, संजीव ने उस पर चाकू से ताबड़तोड़ कई वार कर दिए।

संजीव पर इस कदर हैवानियत सवार थी कि उसने रेखा पर वार करते-करते उसके पेट में चाकू घुमा दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। कुछ देर बाद आस-पड़ोस के लोगों को घटना की जानकारी हुई तो वे लोग गंभीर रूप से घायल रेखा को लेकर मेडिकल कॉलेज भागे। यहां चिकित्सकों के कहने पर पड़ोसियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। इस पर प्रेमनगर थाने की पुलिस मेडिकल पहुंच गई। वहीं, देर रात रेखा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

पोस्टमार्टम हाउस के बाहर खड़े मृतका रेखा के परिजनों ने बताया कि संजीव ने घटना को अंजाम देने से पहले बच्चों को खाना खिलाया था। खाने में उसने नींद की गोली मिला दी थी, जिससे सभी बच्चे सो गए थे। इसके बाद उसने रेखा को बेरहमी से मौत के घाट उतारा। परिजनों ने बताया कि घटना के काफी समय बाद बच्चे नींद से जागे।

प्रेमनगर थाने के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी फरार है। जल्द उसे पकड़ लिया जाएगा।

दूसरी पत्नी थी रेखा, पहली की हो चुकी मौत

झांसी। रेखा आरोपी संजीव रायकवार की दूसरी पत्नी थी। उसकी पहली शादी ललितपुर के बड़ा मोथरा निवासी लक्ष्मी से हुई थी। लक्ष्मी की 13 साल पहले प्रसव के तीन दिन बाद मौत हो गई थी। इसके बाद उसने बरुआसागर निवासी रेखा से शादी की थी। पहली पत्नी लक्ष्मी की एक बेटी महक है। जबकि, रेखा की तीन बेटियां पूनम, अम्मू व अन्नू एवं एक बेटा शिवांश है।

रेलवे में थे माता-पिता, ललितपुर का मकान बेचकर रहने लगा था झांसी में

झांसी। संजीव रायकवार मूलरूप से ललितपुर के नेहरू नगर का रहने वाला है। उसके पिता मातादीन रेलवे में कर्मचारी थे। 20 साल पहले उनकी मौत हो गई थी। पिता के निधन के बाद मां को रेलवे में अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। छह साल पहले मां की भी मौत हो गई थी। संजीव के पास भी रेलवे में अनुकंपा नियुक्ति पाने का अवसर था, परंतु वह शराब के नशे का आदी था, जिसके चलते उसने नौकरी करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। मां के निधन के बाद उसे रेलवे से पैसा मिला था। एक साल पहले उसने ललितपुर का मकान बेचकर झांसी के बिजौली में घर बना लिया था और परिवार के साथ यहीं रहने लगा था। वह यहां रेलवे के एक ठेकेदार के यहां काम था।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *