अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा के रक्सा थाने में अपने समर्थकों के साथ धरना देने का मामला शासन तक पहुंच गया है। शासन ने इस संबंध में वरिष्ठ अफसरों से रिपोर्ट तलब की है। पुलिस अधिकारी भी अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। यह रिपोर्ट भी जल्द ही शासन को भेजी जाएगी। बड़ागांव के टांकोरी गांव में बुजुर्ग लालाराम की हत्या मामले में पुलिस ने लालाराम के परिजनों को ही पूछताछ के लिए उठाया था। परिजन भाजपा कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं। यह बात जब विधायक राजीव पारीछा को मालूम चली तब वह शनिवार को भारी लाव-लश्कर संग रक्सा थाने पहुंच गए। पूछताछ के नाम पर युवकों के साथ बर्बरता के आरोप लगाए। विधायक के कड़े रवैये के चलते पुलिस को कुछ देर बाद ही पूछताछ के लिए उठाए गए युवकों को छोड़ देना पड़ा। इस दौरान विधायक ने सीओ सदर प्रज्ञा पाठक पर भी जमकर आरोप लगाए थे। समाचार पत्रों में इस मामले के प्रकाशित होने के बाद यह मामला शासन तक पहुुंच गया। गृह एवं गोपन विभाग की ओर से रिपोर्ट मांगी गई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से भी इस बारे में पूरी रिपोर्ट भेजने को कहा गया है हालांकि एसएसपी राजेश एस ने इस बारे में किसी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।

अब पुलिस के गले की फांस बनी बुजुर्ग की हत्या

टांकोरी गांव में बुजुर्ग लालाराम की हत्या पुलिस के ही गले की फांस बन गई। इस मामले में विधायक राजीव पारीछा खुल कर एक पक्ष के साथ खड़े हो गए। ऐसे में पुलिस के सामने धर्मसंकट पैदा हो गया। पुलिस अफसरों का कहना है कि हत्या के बाद परिजनों की तहरीर के आधार पर नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई थी लेकिन, विवेचना के दौरान कई तथ्य सामने आए। अब विधायक राजीव पारीछा के मोर्चा खोल देने से पुलिस बैकफुट पर चली गई। ऐसे में हत्याकांड का खुलासा करना पुलिस के सामने खासी चुनौती हो गई है।



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