अमर उजाला ब्यूरो
झांसी/मोंठ। बालू खनन में पैसों को लेकर दो भाजपा नेताओं में विवाद हो गया। खनन का पैसा न मिलने से नाराज एक भाजपा नेता कई साथियों को लेकर मंगलवार रात अमरा गांव में डंप बालू के ठिकाने पर जा पहुंचा। यहां दोनों पक्षोें के बीच हंगामा होने लगा। हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस के आने पर उसके कई साथी गाड़ियां छोड़कर भाग निकले जबकि भाजयुमो जिला मंत्री को पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस ने उसका चालान कर दिया। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
मोंठ थाना के अंतर्गत चेलरा घाट पर बालू कारोबारी एवं भाजपा नेता श्रेष्ठ साहू का डंप बालू रखा है। मंगलवार आधी रात के बाद भाजयुमो जिला मंत्री मोहित राजपूत अपने कई साथियों के साथ लग्जरी गाड़ियों में सवार होकर चेलरा घाट पहुंच गया। यहां मोहित वहां मौजूद कर्मचारियों के साथ गाली-गलौच करने लगा। यह बात मालूम चलने पर श्रेष्ठ साहू ने पुलिस को सूचना दे दी। थोड़ी देर में मोंठ पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस को देख मोहित के साथियों में भगदड़ मच गई। उसके संग आए युवक गाड़ियां छोड़कर भाग निकले। पुलिस ने मोहित को पकड़ लिया और थाने लेकर आई। भाजयुमो जिला मंत्री के पकड़े जाने की खबर से आधी रात में ही भाजपा नेताओं का जमावड़ा लगने लगा। पूछताछ में मोहित ने पुलिस को बताया कि बालू कारोबार में उसने करीब 54 लाख रुपये श्रेष्ठ साहू और गौरव यादव को दिए थे। यह पैसा श्रेष्ठ और गौरव देने को राजी नहीं हो रहे हैं। सोमवार को उसने मोंठ में शिकायती पत्र देते हुए रुपये दिलाने की मांग की थी। उसे मालूम चला था कि श्रेष्ठ साहू अपनी डंप बालू भी बेचने की फिराक में है। इसकी पड़ताल करने वह मौके पर गया था। पुलिस ने हंगामा करने के आरोप में मोहित का चालान कर दिया। इंस्पेक्टर वेद प्रकाश पांडेय के मुताबिक छानबीन में दोनों पक्षों के बीच पैसों को लेकर विवाद की बात सामने आई है। पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।
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बालू कारोबारी के खिलाफ दी तहरीर
भाजयुमो नेता मोहित की मौसी अरुणा सिंह ने श्रेष्ठ साहू के खिलाफ तहरीर देते हुए बताया कि वर्ष 2021 में झांसी निवासी गौरव यादव की फर्म में बालू के व्यापार में पार्टनर होने के लिए श्रेष्ठ साहू के कहने पर करीब 54 लाख रुपये दिए थे। पूरा लेनदेन बैंक के माध्यम से किया गया लेकिन, अब व्यापार में हो रहे फायदे एवं पूंजी नहीं दे रहे हैं।