लिखा-पढ़ी के दौरान जिलाधिकारी मौके पर पहुंचे थे तो हुआ खुलासा, पुलिस कर रही छानबीन
15 जुलाई को बुजुर्ग को धमका रहे थे आरोपी, शिकायत पर दर्ज हुआ मामला
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। नवाबाद के मुस्तरा निवासी एक बुजुर्ग एवं महिला से धोखे से बेशकीमती जमीन अपने नाम करवाने के आरोप में अधिवक्ता समेत चार के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। मामले का खुलासा जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की पूछताछ के चलते हुआ। रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
सूरजो (70) पत्नी बाबूलाल ने पुलिस को बताया कि पारिवारिक जरूरतों के चलते परिजनों की सहमति से डेढ़ बीघा जमीन बेचना चाहती थी। इसके लिए उसने बजरंग कॉलोनी निवासी रीतेश यादव पुत्र नारायण यादव ने संपर्क किया। अनुसूचित जाति की होने के नाते रीतेश ने पहले यह जमीन भागीरथ निवासी अमरोख के नाम करने को कहा। सूरजो इस राजी हो गई।
रीतेश उसके पति बाबूलाल को लेकर रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचा। यहां अधिवक्ता एसके बादल की मदद से उसने पूरी जमीन के कागज तैयार किए हुए थे। जबकि उसे सिर्फ डेढ़ बीघा जमीन के बारे में बताया गया। धोखा देकर पूरी जमीन की यह लोग लिखा-पढ़ी कराने की कोशिश में जुटे थे तभी जिलाधिकारी वहां पहुंच गए।
जिलाधिकारी ने इन लोगों से स्टांप ड्यूटी के बारे में पूछताछ की तब यह लोग सकपका गए। जिलाधिकारी के सवाल का जवाब नहीं दे सके। जिलाधिकारी ने रजिस्ट्री रोकने का आदेश दे दिया। पूछताछ में मामला फंस जाने से अधिवक्ता समेत रीतेश वहां से भाग निकला। ये मामला जनवरी में हुआ था।
अब 15 जुलाई को उसने बुजुर्ग दंपती को धमकाना शुरू कर दिया। भुक्तभोगी ने नवाबाद थाने पहुंचकर शिकायत की। तहरीर पर पुलिस ने रीतेश यादव, रोहणेंद्र सिंह निवासी टोरिया मंदिर, अधिवक्ता एसके बादल एवं भागीरथ के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है। थाना प्रभारी सुधाकर मिश्र के मुताबिक मामले की विवेचना कराई जा रही है।