अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। झांसी के बड़े कारोबारियों से करीब चालीस करोड़ रुपये समेट कर फरार हो जाने वाले जालसाज की तलाश में पुलिस जुट गई है लेकिन, उसका सुराग नहीं मिल रहा है। वह मोबाइल बंद करके परिवार समेत गायब हो गया है। वहीं, शुक्रवार को पुलिस ने पैसा गंवाने वाले कई कारोबारियों से पूछताछ करके जानकारी जुटाई। जांच-पड़ताल में पुलिस को कई चौकाने वाली बात मालूम चली।
पुलिस जालसाज के पैसा बांटने के तौर-तरीके सुनकर भी हैरान रह गई। पूछताछ में कारोबारियों ने बताया कि आरोपी जालसाज ओमप्रकाश अग्रवाल बेहद शातिर है। अपने परिवार के लोगों के साथ मिलकर जालसाजी करता था। पत्नी द्रोपदी समेत उसका पुत्र योगेश अग्रवाल एवं आकाश अग्रवाल उसका पूरा साथ देते थे। अपने रिश्तेदार मनोज अग्रवाल एवं रामजी अग्रवाल को पार्टनर बनाया हुआ था। इनकी मदद से वह कारोबारियों को फंसाता था। उनका विश्वास जीतकर मोटे ब्याज का लालच देकर रुपये ले लेता। कारोबारियों का कहना है ठीक बैंक की तर्ज पर वह निश्चित तिथि पर घर तक ब्याज पहुंचता था। इससे कारोबारियों को घर बैठे 2 से पांच लाख रुपये मिलने लगा। रकम पहुंचाने को उसने कई एजेंट रखे थे। इनका बाकायदा रजिस्टर था। इसमें सब मेंटेन किया जाता। सालों तक इसमें कोई बेइमानी नहीं हुई। कारोबारियों में वह लोकप्रिय भी हो गया। इसके बाद कारोबारियों ने मोटी रकम के लालच में फंसकर करोड़ों रुपये दे दिया। बता दें, महानगर के 54 बड़े कारोबारी को मोटा मुनाफा का लालच देकर शातिर जालसाज ने करीब 60 करोड़ ठग लिए। इस जालसाज ने न सिर्फ महानगर के कारोबारियों को अपना निशाना बनाया बल्कि गाजियाबाद, हापुड़, मथुरा और वृंदावन में भी पैसे ठग लिए। इनकी रकम करीब 40 करोड़ बताई जा रही है। पीड़ित कारोबारियों ने पुलिस से शिकायत की है। इसके बाद से पुलिस इस मामले की पड़ताल कर रही है। संभावना जताई जा रही इस मामले में अभी कारोबारियों की संख्या में इजाफा होगा।