अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। नगर निगम कार्यकारिणी की पहली बैठक ही सियासत और हंगामे का शिकार हो गई। उपसभापति के पति भाजपा नेता गोकुल दुबे अपने खिलाफ दर्ज मुकदमे को मुद्दा बनाते हुए न केवल बैठक में घुस गए बल्कि अपनी सभापति पत्नी को साथ लेकर बैठक के बहिष्कार का ऐलान तक कर डाला। हालांकि महापौर कहते रहे कि पहली ही बैठक में इस तरह की बातें होंगी तो संदेश ठीक नहीं जाएगा लेकिन भाजपा नेता शांत नहीं हुए। उन्होंने अपने साथ कुछ कार्यकारिणी सदस्यों को लिया और सभाकक्ष से बाहर चले गए। डेढ़ घंटे तक हंगामा होता रहा। बाद में समझा बुझाकर किसी तरह मामला शांत किया गया।
दरअसल रविवार को सीपरी बाजार थाने में उपसभापति सुशीला दुबे के पति गोकुल दुबे के खिलाफ बिजली कर्मचारियों से मारपीट करने समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। सोमवार को नगर निगम की कार्यकारिणी बैठक में गोकुल ने इस मामले को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। मेयर से कहा कि पहले पुलिस अधिकारियों के पास चलें। आज उनके खिलाफ झूठा मुकदमा हुआ है। कल किसी पार्षद के साथ ऐसा होगा। बैठक करना कोई बड़ी बात नहीं है। पहले सम्मान की लड़ाई लड़ेंगे। गोकुल ने बैठक के बहिष्कार का ऐलान कर दिया। मेयर से कहा कि आपको बैठक करनी हो तो करो। फिर वो अपनी उप सभापति पत्नी समेत भाजपा के कुछ कार्यकारिणी सदस्यों को लेकर कक्ष से बाहर जाने लगे। इस पर मेयर ने अपने कक्ष में चलकर बातचीत करने को कहा। कुछ देर बाद सदर विधायक रवि शर्मा भी वहां पहुंचे। पुलिस अधिकारियों से फोन पर वार्ता के बाद सवा घंटे देर से बैठक शुरू हुई।
मेयर समझाते रहे, गोकुल ने कहा-मुझे विधायक की बात सुननी है
गोकुल ने कहा कि मेयर साहब हमें भी नगर में रहना है। सदर विधायक की बात सुननी है और आपकी भी सुननी है। पहले आपको पुलिस अधिकारियों के पास चलना चाहिए। इस दौरान मेयर उन्हें बार-बार समझाते रहे। मेयर ने कहा कि आधा घंटा बैठक करने के बाद चलेंगे। बैठक नहीं होगी तो प्रदेश में गलत संदेश जाएगा। फिर फोन उठाते हुए गोकुल ने कहा कि विधायक आ रहे हैं। मेयर साहब आप भी चलो।