अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। सत्ताधारी दल होने की वजह से भाजपा में जिलाध्यक्ष बनने की होड़ मची है। मंगलवार को पर्यवेक्षक ने महानगर और ग्रामीण जिलाध्यक्ष पद के लिए दावेदारों की नब्ज टटोली। जनप्रतिनिधियों से लेकर वरिष्ठ नेताओं के साथ दावेदारों को लेकर इनपुट लिया। अब पार्टी 15 जुलाई के बाद कभी भी जिलाध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है।
2024 में लोकसभा चुनाव होना है। इससे करीब एक साल पहले भाजपा संगठन में फेरबदल करने जा रही है। कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में भी लगातार दो कार्यकाल वाले जिलाध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष को बदला जाना है। इसके अलावा खराब परफॉर्मेंस वाले पदाधिकारियों पर भी गाज गिरनी है। जिन पदाधिकारियों का काम अच्छा है, उन्हें दोबारा मौका मिल सकता है। पदाधिकारियों के चयन के लिए भाजपा ने मंगलवार को प्रदेश उपाध्यक्ष और एमएलसी धर्मेंद्र सिंह को बतौर पर्यवेक्षक झांसी भेजा। उन्होंने एक-एक करके महानगर और ग्रामीण जिलाध्यक्ष पद के दावेदारों से मुलाकात की। बताया गया कि झांसी महानगर में दो दर्जन और ग्रामीण में एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश की है। इसमें महानगर अध्यक्ष पद के लिए अमित साहू, विनोद नायक, हेमंत परिहार, संजीव अग्रवाल लाला, चंद्रभान राय, डॉ. बालमुकुंद आदि और ग्रामीण जिलाध्यक्ष के लिए अरुण सिंह, छत्रपाल राजपूत, शैलेंद्र प्रताप सिंह, प्रदीप पटेल, टीकाराम पटेल, रमेश श्रीवास, बद्रीप्रसाद त्रिपाठी, अनिल राज अहिरवार आदि ने दावेदारी पेश की। अब पर्यवेक्षक अपनी रिपोर्ट प्रदेश संगठन को भेजेंगे। माना जा रहा है कि 15 जुलाई के बाद कभी भी भाजपा महानगर और ग्रामीण जिलाध्यक्ष की घोषणा हो सकती है।
ये सवाल पूछे
– दावेदारों से पूछा संगठन में कब से काम कर रहे हैं। अभी किस पद पर हैं।
– पदाधिकारियों से पूछा जिलाध्यक्ष बदलते हैं तो आगामी चुनाव में क्या असर पड़ेगा।
– महानगर और ग्रामीण क्षेत्र में जातिगत समीकरण क्या है।
– जनप्रतिनिधियों से कुछ दावेदारों के नाम बताते हुए राय भी मांगी।
कहां-कौन कैसी बन रही संभावना
पार्टी सूत्रों के मुताबिक झांसी महानगर में जातिगत आंकड़ों के अनुसार भाजपा वैश्य या फिर साहू समाज से जिलाध्यक्ष बन सकती है। हालांकि, ब्राह्मण वोटों की बहुलता के चलते फिर से ब्राह्मण महानगर अध्यक्ष भी बनाया जा सकता है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्र में ब्राह्मण, पटेल, ठाकुर, गुर्जर, श्रीवास समाज से जिलाध्यक्ष बनाने की चर्चा है।