फोन करके कीमत पूछी तो नहीं बता पाए सही रेट, किसी ने चुप्पी साध ली, किसी ने बताए गलत या कम-ज्यादा दाम
महंगाई के मुद्दे को लेकर सड़कों पर धरना-प्रदर्शन करने वाले विपक्षी भी नहीं बता पाए कीमत
अमर उजाला पड़ताल का लोगो
विकास सनाड्य
झांसी। हम जनता का दुख-दर्द दूर करेंगे। सबको अच्छी शिक्षा और चिकित्सा मिले, इसके लिए जी-जान लगा देंगे। हमारी माताएं-बहनें महंगाई से परेशान न हो…महंगाई दूर होगी। हर गरीब-अमीर की तरह पौष्टिक खाना खा सकेगा…। हर चुनाव और बड़े-बड़े मंचों से नेताओं के ये भाषण आपने भी कभी न कभी जरूर सुने होंगे। अब जब भिंडी-तरोई 50-60 रुपये किलो, टमाटर 120 रुपये, आटा 27 से 29 रुपये किलो, आलू 20 रुपये किलो और घरों में सबसे ज्यादा खाई जाने वाली अरहर दाल 140 रुपये किलो मिल रही है…,जनता महंगाई-महंगाई चिल्ला रही है। ऐसे में नेता जी महंगाई के लिए आवाज उठाएंगे ये समझने की भूल न कीजिएगा…क्योंकि हमारे नेता जी को तो आटे-दाल का सही भाव ही नहीं मालूम है। एक बार मान भी लिया जाए कि सरकार के कर्णधारों पर काम का बोझ बहुत है, उनके पास आटे-दाल और सब्जी का भाव पता करने का समय नहीं है, लेकिन…जनता से महंगाई दूर करने का वादा कर सड़कों पर धरना-प्रदर्शन और पुतला फूंकने वाले सरकार के विपक्षी भी नहीं जानते कि आखिर बाजार में आटा कितने रुपये किलो मिल रहा है। एक किलो दाल कितने में आती है।
ये सब पढ़कर आपको लगेगा कि कोई भाषण है, लेकिन सच्चाई ये है कि शुक्रवार को अमर उजाला ने भाजपा के विधायकों और विपक्षी नेताओं से फोन पर आटे और अरहर की दाल का भाव पूछा तो कोई भी सही जवाब नहीं दे पाया। आप भी पढि़ए कि नेता जी ने आखिर क्या बताया…शायद ये पढ़कर आप महंगाई-महंगाई चिल्लाना छोड़ दें।
वाह भाई…लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मुद्दा बन रही महंगाई
झांसी। टमाटर बाजार में 120 रुपये प्रति किलो की दर से मिल रहा है। जबकि, अदरक का भाव 240 रुपये किलो बना हुआ है। मिर्ची 100 रुपये और धनिया 200 रुपये प्रति किलो का आंकड़ा छू रहा है। अरहर की दाल 140 और आटा 27 से 29 रुपये प्रति किलो की दर से मिल रहा है। इसी प्रकार से अन्य सब्जियों व खाद्य पदार्थों की कीमतें चढ़ी हुईं हैं। इससे लोगों के घर का बजट बुरी तरह से गड़बड़ाया हुआ है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर महंगाई एक बड़ा मुद्दा बनी हुई है, जिसके चलते सत्ताधारी दल के लोग महंगाई पर नियंत्रण के बड़े-बड़े दावे करते नजर आते हैं, जबकि विपक्षी दलों के नेता इस मुद्दे को हवा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इससे लगता है कि नेताओं का महंगाई को लेकर रुख बेहद गंभीर है, लेकिन हकीकत में नेताओं को आटे-दाल तक का भाव पता नहीं है।
19 रुपये किलो आटा, अरहर पता नहीं : सदर विधायक
सदर विधायक रवि शर्मा से फोन पर आटे का भाव पूछा तो उन्होंने 19 रुपये किलोग्राम बताया। इसके अलावा उन्होंने अरहर की दाल के दाम बताने से मना कर दिया और कहा कि इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।
डॉक्टर ने अरहर खाने से मना किया है : बबीना विधायक
बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा ने आटे की कीमत 20-22 रुपये प्रति किलो बताई। अरहर की दाल के भाव पूछने पर उन्होंने कहा कि डॉक्टर ने अरहर खाने से मना किया है। उन्हें भाव भी नहीं पता है। बाद में सोचकर बोले-अरहर सौ-सवा सौ रुपये किलो होगी। कहने लगे किसान परिवार से हैं। गेहूं और अरहर हमारे खेत में पैदा होती है, कभी खरीदने की जरूरत ही नहीं पड़ी।
मऊरानीपुर विधायक ने साधी चुप्पी
अमर उजाला की ओर से मऊरानीपुर विधायक डा. रश्मि आर्य को फोन कर आटे और दाल का भाव पूछा गया, यह सुनते ही उन्होंने चुप्पी साध ली और कोई जवाब नहीं दिया। लगभग 15 सेकंड तक यही स्थिति बनी रही और फिर इसके उसके बाद फोन कट गया।
अरहर 70-80 रुपये किलो होगी : गरौठा विधायक
गरौठा विधायक जवाहर सिंह राजपूत ने कहा कि आटे का भाव ज्यादा से ज्यादा 25 रुपये प्रति किलोग्राम होगा। जबकि, अरहर की दाल की कीमत पूछने पर काफी देर तक सोचने के बाद उन्होंने 70-80 रुपये प्रतिकिलो बताई। साथ ही कहा कि वैरायटी के हिसाब से कीमत कम-ज्यादा हो सकती है।
राशन लेने मैं नहीं जाता : बसपा जिलाध्यक्ष
बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह अहिरवार ने अंदाज से आटे की कीमत 35-40 रुपये प्रति किलोग्राम बताई। जबकि, अरहर की दाल के दाम पूछने पर उन्होंने कहा कि घर का राशन लेने वह बाजार नहीं जाते हैं, जिससे उन्हें कीमतों का भी पता नहीं है।
टमाटर शायद 150 रुपये किलो है : सपा जिलाध्यक्ष
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष बृजेंद्र सिंह भोजला ने आटे के दाम तो सही 28 रुपये प्रति किलो बताए, लेकिन मुख्य विपक्षी पार्टी का जिलाध्यक्ष होने के नाते उन्होंने अरहर की दाल, टमाटर, रिफाइंड तेल आदि के दाम हकीकत से कहीं अधिक बताए। उनकी नजर में टमाटर 150 रुपये और अरहर की दाल 170 रुपये प्रति किलो बिक रही है।
दाल की कीमत पता नहीं : कांग्रेस शहर अध्यक्ष
कांग्रेस शहर अध्यक्ष मनोज गुप्ता से फोन पर आटे-दाल का भाव पूछने पर उन्होंने तत्काल विपक्ष की भूमिका अदा करते हुए कहा कि महंगाई बहुत है। इससे आम आदमी का बुरा हाल बना हुआ है। जब उनसे कीमत बताने को कहा तो बोले आटा 40 रुपये प्रति किलो होगा। जबकि, दाल की कीमत वह नहीं बता पाए।