– तीनों स्थानों पर 50 डिसमिल से एक एकड़ जमीन की है जरूरत
अमर उजाला ब्यूरो
ललितपुर। महरौनी, गदियाना और ललितपुर मुख्यालय पर होम्योपैथिक चिकित्सालय बनाने के लिए विभाग को जमीन नहीं मिल रही है। जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी ने इस संबंध में तत्कालीन डीएम को पत्र भेजा था, लेकिन जमीन उपलब्ध न होने से चिकित्सालय बनाने का प्रस्ताव अधर में लटका है।
जनपद में 24 होम्योपैथिक चिकित्सालयों में 12 अस्पताल खुद के भवन में चल रहे हैं जबकि जर्जर भवनों में चल रहे सात चिकित्सालयों के प्रस्ताव शासन में लंबित है। जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉ. प्रदीप त्यागी ने बताया कि इन चिकित्सालयों को बनाने के लिए 50 डिसमिल से एक एकड़ जमीन की जरूरत है इस संबंध में तत्कालीन डीएम आलोक सिंह को पत्र दिया था लेकिन अभी तक जमीन नहीं मिल सकी है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में डीएम से मुलाकात कर जमीन उपलब्ध करवाने का अनुरोध करेंगे। यदि जमीन मिल जाती है तो वह इसका प्रस्ताव भेज देंगे।
हर्बल गार्डन भी बनेगा
आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील होम्योपैथिक चिकित्सालयों में अब हर्बल गार्डन भी बनाया जाएगा। विभाग नए भवनों के साथ इसके लिए भी जमीन सुरक्षित करना चाहता है।
जिला मुख्यालय पर न अपना भवन और न कार्यालय
जिला मुख्यालय पर अरसे से होम्योपैथिक चिकित्सालय व कार्यालय स्वास्थ्य विभाग के भवन में चल रहा है। जिला अस्पताल के एक कमरे में जहां चिकित्सालय चलाया जा रहा। वहीं, सीएमओ कार्यालय परिसर में स्थित पुराने भवन में कार्यालय चलाया जा रहा यह भवन बेहद जर्जर हालात में है। बरसात में पानी टपकने के साथ ही परिसर में जलभराव होने से बरामदे में रखी दवाओं के गत्ते भी भीग जाते हैं।