अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। पंचवटी रेलवे क्रासिंग के पास बुधवार देर रात को हुआ कार हादसा रफ्तार एवं नशे की कॉकटेल के चलते हुआ। हादसे में दो युवकों की मौत हो गई जबकि एक युवक की हालत नाजुक होने पर बृहस्पतिवार को उसे ग्वालियर रेफर कर दिया गया। उधर, हादसे में मारे गए दोनों युवकों के घर कोहराम मचा हुआ है। इनमें से एक युवक परिवार का इकलौता पुत्र था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया है।
बुधवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे बूढ़ा निवासी ओमकार सिंह अपने चार दोस्तों को कार में बिठाकर आइसक्रीम खाने झांसी जा रहा था। सभी पांच दोस्त एक कार में सवार थे। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कार की रफ्तार तेज थी। जैसे ही वह लोग पंचवटी रेलवे क्राॅसिंग के पास पहुंचे कार अनियंत्रित हो गई। ड्राइवर कार संभाल नहीं सका। डिवाइडर से टकराकर वह सड़क के किनारे लगे पोल से भिड़ गई। तेज रफ्तार होने से अनियंत्रित होकर गड्ढे में जाकर पलट गई। हादसा इतना जोरदार था कि कार के परखच्चे उड़ गए। कार का एक हिस्सा टूटकर करीब पचास मीटर दूर जा गिरा। कार के टायर भी निकल गए।
हादसे में बूढ़ा गांव निवासी ओमकार अहिरवार (35) पुत्र विजय राम एवं शिरोमन (32) की मौके पर मौत हो गई थी। देवांश (23) पुत्र देशराज, हरकिशन (28) पुत्र रामकिशोर गंभीर रूप से घायल हो गए। देवांश की हालत नाजुक होने पर डॉक्टरों ने आज उसे ग्वालियर रेफर कर दिया जबकि हरिकिशन को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विट्ठल (24) पुत्र भल्लू की छुट्टी कर दी गई।
ओमकार एवं शिरोमन के शव का पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने उसे परिजनों को सौंप दिया। सीपरी बाजार इंस्पेक्टर संजय शुक्ला के मुताबिक शराब के नशे की वजह से युवक तेज रफ्तार में कार दौड़ा रहे थे। इस वजह से हादसा हुआ।
इकलौता पुत्र था ओमकार
ओमकार और शिरोमन भवन निर्माण का ठेका लेते थे। ओमकार परिवार का इकलौता पुत्र था। इकलौते पुत्र की मौत के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। 11 साल पहले ओमकार की शादी सुनीता से हुई थी। पिता की मौत से उसके दो बेटे राजशेखर (10) एवं शेखराज (7) का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वहीं, शिरोमन चार भाइयों में सबसे छोटा था। उसके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। शिरोमन की मौत के बाद उसकी पत्नी पिंकी, बेटा नैतिक, जिगर एवं बेटी माही का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।