अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। हैलाे पुलिस! आप जल्दी आ जाइये, दो नकाबपोश बदमाशों ने हमें लूट लिया है। पत्नी के साथ भी बेरहमी से मारपीट की गई है। रविवार की दोपहर सवा तीन बजे डायल 112 पर आई इस फोन कॉल के बाद पुलिस रात तीन बजे तक सक्रिय बनी रही। इसके बाद पता चला कि विपक्षियों को फंसाने के इरादे से लूट की मनगढ़ंत कहानी रची गई थी। इस मामले में नवाबाद थाना पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की है।

पाल कॉलोनी के पास निवासी राजेंद्र कुशवाहा (45) रविवार की दोपहर अपनी पत्नी राजकुमारी के साथ बरुआसागर के मंसिल माता मंदिर गए थे। मंदिर पहुंचने से पहले उनकी बाइक फिसल गई, जिससे उनकी पत्नी घायल हो गई थी। पत्नी का उन्होंने बरुआसागर के डॉक्टर से इलाज कराया था। इसके बाद वे वापस लौट रहे थे। इसी बीच उनका अपने रिश्तेदार पचवारा निवासी हरदास और बरुआसागर निवासी राजू से संपर्क हुआ। तीनों ने मिलकर दुर्घटना को लूट की घटना में बदलने का ताना-बाना बुन दिया। झांसी-कानपुर बाईपास पर न्यू ऐरा पब्लिक स्कूल के पास खड़े होकर राजेंद्र ने पुलिस को फोन किया। इस पर एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, सीओ सिटी राजेश कुमार राय व नवाबाद इंस्पेक्टर तुलसीराम पांडेय मौके पर पहुंच गया। यहां राजेंद्र ने बताया कि वह बरुआसागर जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही दो नकाबपोश बदमाशों ने उसे रोक लिया और मारपीट करते हुए पत्नी के जेवर लूट ले गए। बदमाशों की पिटाई से पत्नी को ज्यादा चोट आई है, जिससे उसकी पट्टी करा ली है। राजेंद्र ने पुलिस को लुटेरों की बाइक का नंबर बताया।

पुलिस की पड़ताल में पता चला कि बाइक का नंबर उसके पड़ोसी का है। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज में दोनों बाइक से बरुआसागर के रास्ते में नजर आए। रात में तकरीबन ढाई बजे पुलिस बरुआसागर के उस डॉक्टर के पास तक पहुंच गई, जिसने दुर्घटना के तुरंत बाद पत्नी का इलाज किया था। इसके बाद पुलिस द्वारा सख्ती से की गई पूछताछ में वह टूट गया। उसने बताया कि लूट की कहानी उसने पड़ोसी को फंसाने के इरादे से रची थी। एक सप्ताह पहले उसका पड़ोसी से नाली निकालने को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद रात तीन बजे पुलिस ने राहत की सांस ली।



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