अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। यूपीएसएसएससी द्वारा आयोजित ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी और समाज कल्याण पर्यवेक्षक परीक्षा-2018 की पुनर्परीक्षा में एक सॉल्वर पकड़ा गया है। परीक्षा से पहले हुई स्कैनिंग के दौरान चेहरे का मिलान न हो पाने से एजेंसी अलर्ट हुई। फिर इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी। केंद्र पर मौजूद स्टैटिक मजिस्ट्रेट ने उसे दबोच लिया। सीपरी बाजार थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा कराई गई परीक्षा के लिए झांसी में 40 केंद्र बनाए गए थे। इस बार हर परीक्षार्थी की केंद्र पर चेहरे और आंखों की स्कैनिंग की गई। पुलिस के मुताबिक आर्य कन्या महाविद्यालय में फतेहपुर के अभ्यर्थी आशीष पाल की जगह बिहार के अनवल जिले के पप्पू सिंह (24) दूसरी पाली की परीक्षा देने पहुंच गया। स्कैनिंग के बाद आशीष के चेहरे और आंख से पप्पू का मिलान नहीं हुआ। साफ्टवेयर ने अभ्यर्थी को संदेह की श्रेणी में डाल दिया। इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी गई। फिर केंद्र पर मौजूद स्टैटिक मजिस्ट्रेट और प्रधानाचार्य ने सॉल्वर को पकड़ लिया। सूचना पर पहुंची सीपरी बाजार पुलिस उसे थाने ले आई। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि सॉल्वर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि वह अभ्यर्थी का दोस्त है। इसी कारण उसी जगह परीक्षा देने आ गया था।