अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। शादी के महज बीस दिन बाद ही सड़क हादसे में घायल युवक ने सोमवार को मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया। 9 मई को उसकी शादी हुई थी। 19 मई को वह रिश्तेदार की शादी में शामिल होकर बाइक से घर लौट रहा था। उसी दौरान एक तेज रफ्तार वाहन ने उसे टक्कर मार दी थी। गंभीर हाल में उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। यहां सोमवार को उसकी मौत हो गई। उसकी मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है। नवविवाहिता का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है।
एरच थाना क्षेत्र के सगौली गांव निवासी अरविंद कुमार (27) पुत्र मंशाराम शादी विवाह समारोह में फोटाेग्राफी करता था। परिजनों ने बताया 19 मई को अरविंद अपने रिश्तेदार की शादी में गुरसराय गया था। रात में वह अकेले बाइक से घर लौट रहा था। रात करीब 8:30 बजे गुरसराय से आगे खड़ैनी गांव तक पहुंचा तभी तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घायल अरविंद को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। उसके सिर में गंभीर चोट आ जाने से वह कोमा में चला गया। दो दिन पहले डॉक्टरों ने उसके सिर का ऑपरेशन किया था। इसके बाद भी उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। उसे आईसीयू में भर्ती किया गया था। यहां सोमवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
बीस दिन पहले ही हुई थी शादी
परिजनों के मुताबिक अरविंद की शादी 9 मई को दतिया जिले के गांव काड़ौर खिरिया निवासी मनीषा के साथ हुई थी। शादी होने के बाद मनीषा चार दिन ससुराल में रहने के बाद मायके चली गई। 19 मई को सड़क हादसे में अरविंद घायल हो गया। उस समय वह मायके में थी। हादसे के दस दिन बाद 29 मई को अरविंद ने दम तोड़ दिया। अरविंद तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उसके दोनों बड़े भाइयों की शादी हो चुकी। दोनों ही प्राइवेट नौकरी करते हैं जबकि उसके पिता मंशाराम की भी आठ माह पहले बीमारी के चलते मौत हो चुकी थी।
पति के नाजुक दशा से पत्नी मनीषा थी अंजान
हादसे में अरविंद के सिर में गहरी चोट आ गई थी। उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। उसी समय डॉक्टरों ने उसके गंभीर हालत के बारे में परिजनों को बता दिया था लेकिन, परिजनों ने यह बात उसकी नव ब्याहता पत्नी मनीषा को नहीं बताई। पत्नी मनीषा भी कुछ दिन पहले उसे देखने अस्पताल पहुंची थी। उस समय भी परिजनों ने यह बात उससे छुपाई। अरविंद की मौत की बाद मालूम चलते ही मनीषा अचेत हो गई। रोते-बिखलते वह भी अस्पताल पहुंच गई। परिजनों ने किसी तरह संभाला।