अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। झांसी में हुई 60 करोड़ की ठगी मामले की विवेचना में लापरवाही बरतने पर एसएसपी राजेश एस ने चमनगंज चौकी इंचार्ज शिवशंकर प्रताप तिवारी को लाइन हाजिर कर दिया। इस मामले में चौकी इंचार्ज की भूमिका में गड़बड़ी की शिकायत एसएसपी को काफी समय से मिल रही थी।
सीपरी बाजार के सीपी मिशन कंपाउंड निवासी ओमप्रकाश अग्रवाल ने कारोबार एवं मोटे ब्याज का लालच देकर झांसी के 54 बड़े कारोबारियों से करोड़ों रुपये ठग लिए। इसके तूल पकड़ने के बाद सीपरी बाजार थाने में आरोपी ओमप्रकाश समेत उसके परिजनों के खिलाफ नौ अलग-अलग मुकदमें अब तक दर्ज हो चुके। इसकी विवेचना चौकी इंचार्ज शिवशंकर प्रताप तिवारी को सौंपी गई लेकिन, ठगी का शिकार हुए कारोबारी चौकी इंचार्ज की विवेचना से संतुष्ट नहीं थे। उनका कहना था चौकी इंचार्ज मऊरानीपुर में तैनात रह चुके। इस वजह से विवेचना सही तरीके से नहीं हो रही है। चौकी इंचार्ज पर आरोप लगा कि सांठगांठ करके गुपचुप तरीके से मुख्य आरोपी को हाजिर कराकर उसे जेल भेज दिया गया लेकिन, इसकी भनक पुलिस अफसरों को भी नहीं लगने दी गई। इसके आड़ में अन्य आरोपियों को राहत दे दी गई। पीड़ित व्यापारी शिकायत लेकर एसएसपी के पास जा पहुंचे। एसएसपी की जांच में शिकायत सही मिलने पर एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से उसे लाइन हाजिर कर दिया।
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पुलिस के हाथ अब तक नहीं आए फरार आरोपी
इस मामले में मुख्य आरोपी ओमप्रकाश अग्रवाल के अलावा योगेश अग्रवाल, आकाश अग्रवाल, गीताजंलि, द्रोपदी अग्रवाल, मनोज अग्रवाल एवं रामजी अग्रवाल के खिलाफ रिपोर्ट कराई गई। अब तक सिर्फ ओमप्रकाश को ही पुलिस गिरफ्तार कर सकी है। बाकी आरोपियों तक पुलिस अभी तक नहीं पहुंच सकी। विवेचना कर रहे चौकी इंचार्ज शिवशंकर प्रताप तिवारी पर इन आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने की शिकायत की गई थी।
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सात अन्य कारोबारियों ने दर्ज कराई रिपोर्ट
सीपरी बाजार थाने में जालसाज ओमप्रकाश समेत उसकी पत्नी द्रोपदी, पुत्र योगेश, आकाश, पुत्री गोल्डी, दामाद मनोज एवं रामजी अग्रवाल के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर बृहस्पतिवार को सीपरी बाजार थाने में दर्ज कराई गई। सीपी मिशन निवासी रविंद्र कुमार अग्रवाल, देवेंद्र मित्तल, राधारमन अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, अरविंद अग्रवाल, संदीप बंसल, पूनम चंद्र ने कुल करीब 1 करोड़ की जालसाजी के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई है।