अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। बुधवार को सीने में दर्द की समस्या लेकर फूड पॉइजनिंग के शिकार कई मरीज अस्पताल पहुंचे। इनमें से 12 साल का एक बालक तो बेहोश तक हो गया। सभी मरीजोें को भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया है।
फूड पॉइजनिंग की घटना के पांच दिन बाद भी तमाम मरीजों की सेहत में सुधार नहीं हुआ है। इसके अलावा लगातार नए मरीज सामने आ रहे हैं। बुधवार को मोंठ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ग्राम बावई के संदीप अपने बेटे प्रिंस (14) व बेटी चांदनी (12) को लेकर पहुंचे। उन्होंने बताया कि दोनों बच्चों का इलाज रविवार से चल रहा है। लेकिन, बुधवार को अचानक फिर से दोनों की तबीयत खराब हो गई। उन्होंने बताया कि बेटे प्रिंस के सीने में दर्द हो रहा है, जिस कारण वह बेहोश भी हो गया था। वहीं, ग्राम ग्याराई के देवीदयाल (48) ने भी त्रयोदशी में भोजन किया था, लेकिन तब उन्हें कोई समस्या नहीं हुई थी। मंगलवार की रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। बुधवार की सुबह परिजन उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए। यहां सीने में दर्द होने की वजह से उन्हें झांसी रेफर कर दिया गया। उधर, ग्राम बाबई के रहने वाले संके राजपूत चिरगांव में रहने लगे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी सुधा व परिवार के अन्य लोगों ने त्रयोदशी में खाना खाया था। इसके बाद पत्नी सुधा की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसका वह चिरगांव में इलाज कराते रहे। वहां आराम न मिलने पर वह मोंठ सीएचसी लेकर पहुंचे।