अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। दस फीसदी हाउसटैक्स छूट का फायदा उठाने में महानगर के लोग पीछे रह गए। सिर्फ 70 हजार लोग ही हाउसटैक्स में मिलने वाली छूट का फायदा उठा सके जबकि 1.03 लाख लोग टैक्स चुकाने नगर निगम नहीं पहुंचे। अब पांच माह के भीतर इन भवन स्वामियों को बिना रियायत के पूरा टैक्स जमा करना होगा।
नगर निगम अक्तूबर माह तक हाउसटैक्स जमा करने वालों को टैक्स में रियायत देता है। बिल बनने के साथ ही भवन स्वामियों को यह सुविधा दी जाती है। नए वित्तीय वर्ष में नगर निगम 84,962 नए भवनों को हाउसटैक्स दायरे में लाया था। इसके बाद महानगर में हाउसटैक्स दाताओं की संख्या बढ़कर 1.93 लाख हो गई। इनमें 72 हजार भवनों का टैक्स करीब 25 फीसदी बढ़ाया गया था। इनमें करीब 25 हजार व्यावसायिक भवन हैं। समय पर लोग गृहकर जमा करने आएं इसको देखते हुए घरेलू भवनस्वामियों को 31 अक्तूबर तक टैक्स जमा करने में छूट दी जाती है लेकिन, करीब 70 हजार भवन स्वामियों ने ही छूट का फायदा उठाया। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी धीरेंद्र मोहन कटियार का कहना है कि छूट की अवधि अब खत्म हो गई। भवन स्वामियों को अब पूरा गृहकर जमा करना होगा।
25 करोड़ के लक्ष्य के मुकाबले 24.40 करोड़ की वसूली
नगर निगम के लिए इस साल 25 करोड़ रुपये हाउसटैक्स से वसूलने का लक्ष्य तय किया गया था लेकिन, अक्तूबर में ही निगम प्रशासन ने 24.40 करोड़ रुपये वसूल लिए। इसके पीछे पिछले एक साल के दौरान बड़े बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई सबसे बड़ी वजह रही। निगम प्रशासन ने तीन दर्जन से अधिक बड़े बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनसे बकाया वसूला। इसके चलते अक्तूबर माह में ही वसूली लक्ष्य पूरा हो गया।