– कहा-टेंडर लेने के बाद ठेकेदार काम की गुणवत्ता से करेंगे समझौता
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। वार्डों में होने वाले कामों के टेंडर 45 फीसदी तक कम दरों पर आवंटित हो जाने से पार्षद विरोध में उतर आए हैं। नगर आयुक्त से पार्षदों ने टेंडर निरस्त करने की मांग की है। उनका कहना है कि इतनी कम दरों पर टेंडर लेने के बाद ठेकेदार काम की गुणवत्ता से समझौता करेंगे।
सदन की मंजूरी के बाद नगर निगम में सभी 60 वार्डों में 10-10 लाख से कार्य कराने के लिए टेंडर निकले थे। कई वार्डों में टेंडर हासिल करने के लिए एक तिहाई या उससे भी अधिक कम दरों पर टेंडर डाल दिए। कई वार्डों ने 40 से लेकर 45 फीसदी तक कम दरों पर टेंडर डाले गए। जब निविदा खुले तो सबसे न्यूनतम दर वाले को टेंडर आवंटित हो गए। मगर जिन वार्डों में ये टेंडर हुए हैं, उनके पार्षद विरोध में उतर आए हैं। पार्षद हरिओम मिश्रा, अमित राय, भरत सेन, आशीष तिवारी आदि ने नगर आयुक्त को शिकायती पत्र सौंपकर ये टेंडर निरस्त करने की मांग की है। इस मामले में मुख्य अभियंता एसके सिंह का कहना है कि 25 फीसदी से अधिक कम दरों पर आवंटित होने वाले टेंडरों की जांच के लिए कमेटी गठित हो चुकी है।
कमेटी में पार्षद, तकनीकी सदस्य हो शामिल
पार्षदों ने मांग की कि नगर निगम प्रशासन को टेंडर की दरों को लेकर मानक तय करना चाहिए। इसके अलावा 25 फीसदी या उससे अधिक कम दरों पर आवंटित टेंडरों की जांच के लिए बनी कमेटी में तकनीकी सदस्य और स्थानीय पार्षद को भी शामिल किया जाना चाहिए।
कहां-कितनी कम दरों पर मिला टेंडर
– वार्ड 15 में 44.55 प्रतिशत।
– वार्ड छह में 43.99 फीसदी।
– वार्ड 12 में 42.11 प्रतिशत।
– वार्ड 29 में 42 फीसदी।
– वार्ड तीन में 41 प्रतिशत।
– वार्ड 35 में 38 फीसदी।