अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में तीन से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में झांसी नगर निगम ने तीसरा स्थान हासिल किया है। पिछले साल से शहर की वायु गुणवत्ता में 19 फीसदी का सुधार हुआ है। वर्ष 2023-24 में सर्वेक्षण में देश के 131 शहरों ने हिस्सा लिया था।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय गुणवत्ता और सुधार के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु प्रदूषण कार्यक्रम चला रहा है। इसके तहत हर साल स्वच्छ वायु सर्वेक्षण किया जाता है। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु प्रदूषण के लिए नगर निगम को नोडल विभाग नामित किया गया है। कार्यक्रम के तहत महानगर में वायु गुणवत्ता सुधार के लिए जिला स्तरीय टीम ने विभिन्न विभागों के साथ मिलकर कार्य योजना तैयार की थी।
शहर में वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए आईआईटी कानपुर की टीम ने सर्वे किया था। सर्वे रिपोर्ट में बताया था कि महानगर में प्रदूषण का मुख्य कारण धूल है। शहर के बीचों-बीच में ऐसे हॉटस्पॉट भी चिह्नित किए गए, जहां पर ट्रैफिक ज्यादा रहता है और बहुत धूल उड़ती है।
इसके बाद प्रदूषण कम करने का काम शुरू हुआ। जहां-जाहं की सड़कें कच्ची थीं, उन्हें पक्का किया गया। मियावाकी पद्धति से पांच वन क्षेत्र बनाने का काम शुरू हुआ। इसमें जीआईसी, गुलाम गौस खां पार्क और बीयू के परीक्षा भवन के पास मियावाकी पद्धति से पौधे लगाए जा चुके हैं। 18000 स्क्वॉयर मीटर में 10500 स्क्वॉयर मीटर में पौधरोपण का काम पूरा हो चुका है।
निगम ने ये भी अनिवार्य किया कि निर्माण कार्य के दौरान हरा कपड़ा जरूर डाला जाए, ताकि धूल कम उड़े। मुख्य चौराहों पर फव्वारा चलाकर भी धूल को कम करने का प्रयास किया। इसी का असर है कि शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ।
अब इस वित्तीय वर्ष की कार्ययोजना अनुसार शहर में चिह्नित हॉट स्पॉट का प्राथमिकता पर निस्तारण किया जाएगा। इसमें शहरी धूल रोकने के लिए ट्रैफिक कॉरिडोर में ग्रीन बेल्ट निर्माण, कच्ची सड़कों को पक्का करना आदि शामिल है।
चार स्थान का सुधार
नगर निगम झांसी को पिछले वित्तीय वर्ष में हुए सर्वेक्षण में देश के 131 शहरों के तीन से 10 लाख आबादी वाले महानगरों में सातवां स्थान मिला था। अब चार पायदान का सुधार हुआ है। वहीं, पिछले साल पीएम 10 (पार्टिकुलेट मैटर) 118 था, जो इस वर्ष घटकर 95 पर आ गया है।
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स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में तीन से 10 लाख आबादी वाले शहरों में नगर निगम झांसी को तीसरा स्थान मिला है। सर्वेक्षण में देश के 131 शहरों ने प्रतिभाग किया था। पिछले साल से रैंकिंग चार स्थान सुधरी है। – सत्य प्रकाश, नगर आयुक्त।