महिला की हत्या कर कार से शव लाकर नेशनल हाईवे के पास निगोह मोड़ पर जलाने वाले हत्यारोपियों से शुक्रवार रात पुलिस की मुठभेड़ हाे गई। पुलिस ने दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीसरा अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। पुलिस की गोली लगने से एक हत्यारोपी घायल हो गया, जिससे पुलिस ने सौ शैय्या अस्पताल में भर्ती कराया। उन्नाव के शुक्लागंज से महिला की हत्या कर शव को कार से लाया गया था और दोनों आरोपियों ने पेट्रोल से शव को जला दिया था।
17 दिसंबर की निगोह मोड़ पर आगरा-अलीगढ़ हाईवे अंडरपास से 15 मीटर की दूरी पर खाई में एक महिला का शव मिला था। पुलिस शव की शिनाख्त व हत्यारोपियों की गिरफ्तार के प्रयास में जुटी थी। एसपी विनोद कुमार ने बताया कि शुक्रवार को इलाके में एक कार संदिग्ध हालत में घटनास्थल के आसपास चक्कर लगाते हुए दिखाई दी। शक होने पर पुलिस ने उसका पीछा किया और कैरदा रोड पर ग्राम लक्षीराम नगला के पास कार को पुलिस ने घेर लिया। कार सवार युवकों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में उन्नाव जिले के शुक्लागंज का रहने वाला एहतशाम पैर में गोली लगने से घायल हो गया, जबकि भागने का प्रयास कर रहे उसके साथी अरसलान को पुलिस ने दबोच लिया। तीसरा साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया। मुठभेड़ में घायल एहतशाम को सौ शैय्या अस्पताल से राजकीय मेडिकल काॅलेज रेफर कर दिया गया है। दूसरे साथी से पूछताछ की जा रही है। एसपी ने बताया कि तीसरे हत्यारोपी की धरपकड़ के लिए टीमों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। शीघ्र ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पति से चल रहा था महिला का विवाद
एसपी ने बताया कि पूछताछ में पकड़े गए आरोपी एहतशाम ने बताया कि कानपुर अनवरगंज के कुली बाजार की मुस्कान उर्फ जन्नत (36) का न्यायालय में पति से विवाद का मामला कोर्ट में विचाराधीन था। करीब तीन साल पहले वह अरसलान के संपर्क में आई थी। उसके बाद हम दोनों के साथ उसके अवैध संबंध बन गए थे। कुछ दिन से उसका मिजाज बदला-बदला नजर आ रहा था। एक सप्ताह पहले किसी अन्य के संपर्क में आने की जानकारी होने पर हम दोनों का मुस्कान से विवाद हुआ था, तब उसे ठिकाने लगाने का मन बना लिया था। मुस्कान के दो बेटे हैं, जो उसके पति के पास रहते हैं।
सुरक्षित स्थान की तलाश में तय की 135 किलोमीटर की दूरी
एहतशाम की माने तो विवाद के दौरान दोनों ने उसकी कानपुर में ही गला दबाकर हत्या कर दी थी। शव को ठिकाने लगाने के लिए कानपुर से नेशनल हाइवे पर 135 किलोमीटर का फासला तय किया। शव को ठिकाने लगाने के लिए शुक्लागंज से दो लीटर पेट्रोल लेकर पहले ही कार में रख लिया था। नेशनल हाइवे के अंडरपास के नीचे सुरक्षित स्थान देख सुबह करीब 4.41 बजे शव पर पेट्रोल डालकर उसे ठिकाने लगा दिया। उसके बाद चुपचाप सभी की नजरों से बचकर निकल गए। शव को यहां तक लाने के लिए अरसलान के भाई की क्रेटा कार का प्रयोग किया था।
कार के नंबर से आरोपियों तक पहुंची पुलिस
निगोह मोड़ पर सड़क किनारे खाई में शव मिलने के बाद से पुलिस ने नेशनल हाइवे के टोल प्लाजा से लेकर स्थानीय सीसीटीवी कैमरे खंगाले। फुटेज में हत्याकांड से पहले कानपुर की तरफ से कार आते हुए व शव को ठिकाने लगाने के बाद जाते हुए नजर आई। कार के नंबर के आधार पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो वह अरसलान के भाई तक पहुंच गई। वहां से पुलिस को हत्यारों के सुराग लगे, लेकिन वह हाथ नहीं लगे। पुलिस आरोपियों के मोबाइल नंबरों को ट्रेस कर रही थी। स्थानीय लोकेशन मिलते ही पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को पकड़ लिया।
यह एक ब्लाइंड मर्डर केस था, जिसमें पुलिस के पास कोई सुराग नहीं था। कार का नंबर ट्रेस हो गया और पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी। पता चला कि आरोपी साक्ष्य मिटाने की तलाश में जिले में ही घूम रहे थे। जब पुलिस ने घेराबंदी की तो आरोपियों ने पुलिस पर फायर कर दिया। आत्मरक्षा में चलाई गई पुलिस की गोली से एक आरोपी घायल हो गया। पुलिस टीमाें को पुरस्कृत किया जाएगा। – विनोद कुमार, पुलिस अधीक्षक
