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kannauj bus accident
– फोटो : amar ujala
कन्नौज के सकरावा क्षेत्र में एक्सप्रेसवे पर लखनऊ से दिल्ली जा रही स्लीपर बस हादसे के छह शव व 14 गंभीर घायल सैफई आयुर्विज्ञान विवि पहुंचे। मृतकों में एक महिला कि शिनाख्त नहीं हो सकी है। घायलों ने बताया कि हादसे के समय कई यात्री मोबाइल चला रहे थे, तो कुछ गहरी नींद में थे। तेज धमाके से उनकी नींद खुली तो बस में चारों ओर शव व खून देखकर चीख-पुकार मच गई। एक के ऊपर एक लदे शव देख कलेजा कांप गया था। कुछ मामूली रूप से घायल तो खून से सने शवों को देखकर बेहोश हो गए। घायल यात्रियों ने बताया कि सबकुछ इतना जल्दी हुआ कि कुछ समझ में नहीं आया कि क्या हुआ है।

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हर कोई अपनों को बचा रहा था
लखनऊ के खुर्रम नगर निवासी अब्दुल अजीज (31) पुत्र अब्दुल हाफी ने बताया कि दिल्ली निजी काम से जा रहा था। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई, हादसा बहुत भयानक था अपनों-अपनों को निकालने की पड़ रही थी। समझ में नहीं आ रहा था कि अब क्या करें।

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हर तरफ बिखरा पड़ा था खून
घायल अंजली सिंह (25) पुत्री अजय प्रताप सिंह निवासी उमरी बेगमगंज जिला गोंडा ने बताया कि वह अपनी दीदी के यहां गई थी। वहां से वापस जा रही थी, जिस दौरान हादसा हुआ वह सो रही थी। हादसे में वह भी घायल हो गई। सभी लोगों के शरीर से खून निकल रहा था।

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एक-दूसरे के ऊपर गिरने से हुए घायल
घायल कुलदीप (24) पुत्र कमलेश निवासी फतेहपुर थाना बांगरमऊ जिला उन्नाव ने बताया वह अपने चचेरे भाई नीरज कुमार (24) के साथ आगरा निजी काम से जा रहा था। हादसा होने पर सवारी एक-दूसरे के ऊपर गिर गए। इससे ज्यादातर लोग घायल हो गए। हरदोई जिले के थाना मल्लावां क्षेत्र के गांव बरहुवां निवासी अनुज (28) पुत्र सुरेश चंद्र ने बताया कि वह प्राइवेट नौकरी करने के लिए गोवा जा रहा था।

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समय से मदद मिलने पर कई लोगों की बची जान
बस के खलासी राजस्थान के जिला झुंझनू के गांव टाई निवासी संदीप (26) पुत्र ताराचंद ने बताया कि उसका चचेरा भाई प्रेम कुमार (37) पुत्र हरिलाला बस को चल रहा था। यह हादसा जब हुआ वह केबिन के अंदर बैठा था। इसलिए कुछ पता नहीं चला। हालांकि समय से मदद मिलने से कई लोगों की जान बच गई। अन्यथा कई और लोगों की जान जा सकती थी।