
आरोपी पिता-पुत्र
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
इंदौर पुलिस ने 50 प्रतिशत कमीशन पर साइबर ठगी का पैसा मदरसा के खाते में खपाने के आरोप में शनिवार को मदरसा संचालक पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि मदरसा कमेटी के नौ खातों में पिछले दिनों डेढ़ करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया है। ये पैसे इंदौर में डिजिटल अरेस्ट करके वसूले गए थे। गिरफ्तार किए गए असद अहमद ने ही कोर्ट के माध्यम से केस दर्ज कराया था। तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के सतौरा गांव निवासी असद अहमद ने कोर्ट को दिए प्रार्थनापत्र में बताया था कि वह फलाह दारैन साबिरी मदरसा समिति का उपाध्यक्ष है। फेसबुक पर साहिल नाम के एक व्यक्ति से बातचीत होने लगी और नंबर का आदान-प्रदान हुआ। एक दिन साहिल कॉल करके कहने लगा कि संस्थाओं से गरीबों की मदद के लिए चंदा की व्यवस्था करवा सकता है। उसने इसके लिए आईसीआईसीआई बैंक में खाता खुलवाने की बात कही।
विश्वास दिलाने के लिए उसने 10,11,12 सितंबर को पांच-पांच लाख रुपये खाते में डाल दिए। इसके बाद एक सेंडर नाम का एप डाउनलोड करने के लिए कहा। एप डाउनलोड करने के बाद बैंक से आने वाले मैसेज बंद हो गए। 13 सितंबर को बैंक से जानकारी हुई कि उक्त खाते को फ्रीज कर दिया गया है। कारण पूछने पर बताया गया कि 13 सितंबर को उनके खाते से डेढ़ करोड़ रुपये अलग-अलग खातों में भेजे गए हैं। खाते से हुए लेनदेन की बात सुन वह आश्चर्य चकित हो गए। खाते से हुई धोखाधड़ी के बारे में पुलिस से शिकायत की, तो उसने कोई कार्रवाई नहीं की।
इसके बाद 11 नवंबर को न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने अज्ञात पता निवासी साहिल के नाम पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। शनिवार को इंदौर अपराध शाखा की पुलिस ने मदरसा समिति के उपाध्यक्ष असद अहमद व उसके पिता अली अहमद खान को ही कन्नौज से गिरफ्तार कर लिया।
इंदौर अपराध शाखा के उपायुक्त राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी पिता-पुत्र डिजिटल अरेस्ट गिरोह में साइबर ठगी के जरिए मिलने वाले पैसों को मदरसे के खाते में खपाने के लिए 50 प्रतिशत कमीशन लेते थे। मदरसा कमेटी के नौ खातों में पिछले दिनों डेढ़ करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। कोतवाल जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपियों के पकड़े जाने की जानकारी नही है, बाहर की पुलिस आई थी।
