न कोई प्रोटोकाल, न भीड़ और न कोई व्यवस्था। कोई जान भी नहीं पाया कि प्रदेश सरकार का मंत्री कूड़ा गाड़ी में बैठकर शहर में घूम रहा है। यह कोई पब्लिसिटी स्टंट नहीं था, बल्कि जापान की गेंबा वॉक की तर्ज पर किया जा रहा प्रयोग था। इसके माध्यम से देखा गया कि स्वच्छता अभियान के प्रति लोग कितने जागरूक हैं। यह भी देखा गया कि डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वाले किस तरह से काम करते हैं।
प्रदेश सरकार के समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने रविवार को जापान की गेंबा वॉक पद्धति के आधार पर शहर की कूड़ा गाड़ी में भ्रमण किया। इस दौरान वह मास्क लगाए रहे, जिससे लोग उन्हें पहचान न सकें। मोहल्लों में जाकर उन्होंने नागरिकों से बात की और कूड़ा उठाने वाले कर्मयोगियों के कार्य व्यवहार की समीक्षा की।