लखनऊ मंडल में मरम्मत कार्य को लिए गए ब्लॉक की वजह से बुधवार रात कानपुर सेंट्रल से होकर जाने वाली 18 ट्रेनें फंसी रहीं। तेजस और शताब्दी जैसी वीआईपी ट्रेनें भी विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी हो गईं। इससे ट्रेनें पांच घंटे तक लेट हुईं। सेंट्रल स्टेशन पर यात्री परेशान रहे और अधिकारियों से जानकारी लेते रहे।
लखनऊ मंडल के अमौसी और मानकनगर स्टेशन के बीच बॉक्स पुशिंग कार्य होना था। इस कारण बुधवार को ब्लॉक लिया गया था। बताया जा रहा है कि यहां एलएचएस बॉक्स लगाए जाने थे। काम देर तक चला जिस वजह से ट्रेनों को पहले रोक-रोक कर निकाला गया। अचानक रूट पर लोड बढ़ने से पीछे से आ रही अप व डाउन लाइन की कई ट्रेनें फंस गईं।
कानपुर-लखनऊ मेमू, ग्वालियर-बरौनी, तेजस-नई दिल्ली, आनंद विहार-मऊ फंसी रहीं। रात करीब 10 बजे तेजस और गोमती एक्सप्रेस को कानपुर सेंट्रल से निकाल दिया गया लेकिन आगे जाकर यह मगरवारा में खड़ी हो गईं। इसके अलावा बिहार संपर्क क्रांति, पुणे-गोरखपुर एक्सप्रेस उन्नाव में खड़ी रही। उधर, लखनऊ से आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस, चित्रकूट एकसप्रेस और आगरा इंटरसिटी जैसी कई ट्रेनें रात 11 बजे तक कानपुर सेंट्रल पहुंचीं ही नहीं। रेलवे अधिकारियों ने कई ट्रेनों को डायवर्ट कर गंतव्य के लिए रवाना किया। विभिन्न स्टेशनों पर फंसी ट्रेनों की वजह से उनमें सवार यात्री परेशान रहे।
सिर्फ आठ घंटे का ब्लॉक लिया गया था जो शाम 5:30 बजे खत्म हो गया। इसकी वजह से ट्रेनें प्रभावित हुईं। कुछ ट्रेनों को डायवर्ट कर निकाला गया। – एसके जायसवाल, जनसंपर्क अधिकारी, लखनऊ मंडल
लखनऊ मंडल में ब्लॉक के कारण दो-चार ट्रेनें प्रभावित हुई थीं। रोक-रोक कर ट्रेनों को निकाला गया जिसके बाद रूट क्लियर हो गया और ट्रेनों का संचालन सुचारु हुआ। – अमित सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, प्रयागराज मंडल
