कानपुर पुलिस और राज्य कर विभाग ने फर्जी फर्म बनाकर 37.87 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने रविवार को चार शातिरों को पकड़ कर जेल भेज दिया। कल्याणपुर थाने में 14 जून को एफआईआर दर्ज की गई थी। आरोपियों के पास लैपटॉप, मोबाइल और सिम कार्ड बरामद हुए हैं।
राज्यकर विभाग के सहायक आयुक्त क्षेत्र डी संजय कुमार सिंह की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर थाना कल्याणपुर में 14 जून को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जांच में सामने आया कि कुमार एंटरप्राइजेज नाम की फर्म ने कूटरचित दस्तावेजों के जरिये कानपुर के स्वरूपनगर स्थित एक आवासीय पते पर फर्जी तरीके से जीएसटी पंजीकरण कराया था। वहां किसी भी प्रकार की व्यावसायिक गतिविधि नहीं थी। जांच में भवन स्वामी ने स्पष्ट किया कि उन्होंने न तो किसी फर्म को किराए पर स्थान दिया और न ही संबंधित किरायानामा उनके हस्ताक्षर का है। जीएसटी पोर्टल पर घोषित आंकड़ों के विश्लेषण में वित्तीय वर्ष 2024-25 में 155.89 करोड़ और 2025-26 में 54.83 करोड़ रुपये की फर्जी बिक्री दर्शाकर कुल 37.87 करोड़ रुपये के टैक्स की चोरी की पुष्टि हुई थी।
गठित एसआईटी ने कार्रवाई करते हुए 14 दिसंबर को गौतमबुद्धनगर से बबलू कुमार (गोपालगंज बिहार), दीपांशू शर्मा (छपरा बिहार), प्रिंस पांडेय (गोपालगंज बिहार) और बिंदेश्वर पांडेय (सुल्तानपुर) को गिरफ्तार किया। थाना प्रभारी कल्याणपुर राजेंद्रकांत शुक्ला ने बताया कि सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।