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Kanpur AQI News: दिवाली की आतिशबाजी से कानपुर की हवा बहुत खराब हो गई है, AQI 200 के पार पहुंच गया है. बच्चों और अस्थमा के मरीजों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. डॉक्टरों ने मॉर्निंग वॉक से बचने को कहा है.

कानपुर: रोशनी के त्योहार दीपावली ने कानपुर की हवा को जहरीला बना दिया है. पिछले हफ़्ते जो हवा ‘खराब’ थी, वह आतिशबाजी के तुरंत बाद ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुँच गई है. वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के बढ़े हुए आंकड़े बता रहे हैं कि दिवाली की रात पटाखों से निकला धुआँ अब शहर के लोगों के लिए साँस की बड़ी समस्या बन गया है.
इस दौरान कल्याणपुर और किदवई नगर जैसे इलाकों में हवा पहले से ही ‘अस्वस्थ’ (Unhealthy) हो चुकी थी. दिवाली से पहले, हवा थोड़ी खराब थी और खासकर दिल या फेफड़ों की बीमारी वाले लोगों को थोड़ी दिक्कत हो रही थी.
दिवाली के बाद AQI पहुंचा ‘बहुत खराब’ श्रेणी में
जैसे ही दीपावली पर आतिशबाजी शुरू हुई, प्रदूषण के स्तर में अचानक बड़ा उछाल आया. दिवाली की रात और अगली सुबह (21 अक्टूबर) को दीपावली की रात पटाखों से निकले धुएँ के कारण हवा की गुणवत्ता तेजी से गिर गई. शहर का औसत AQI उछलकर 200 के पार चला गया और कई जगहों पर यह 218 से 289 तक दर्ज किया गया. सबसे ख़राब स्थिति: आईआईटी कानपुर, नेहरू नगर, केशवपुरम और अशोक नगर जैसे निगरानी केंद्रों पर AQI 200 से 239 के बीच रिकॉर्ड हुआ. यह स्तर ‘बहुत खराब’ (Very Poor) श्रेणी में आता है.
बच्चों और अस्थमा के मरीज बरतें सावधानी
पटाखों के कारण हवा में इतना धुआँ और धूल (PM2.5) मिल गया कि अब साँस लेना मुश्किल हो रहा है.यह बच्चों और अस्थमा के मरीजों के लिए सबसे ज़्यादा नुकसानदायक है. जरूर बरते यह सावधानियां
इस बढ़े हुए प्रदूषण का मतलब है कि हवा में सूक्ष्म कणों की मात्रा बहुत ज़्यादा है. डॉक्टर सलाह दे रहे हैं कि जब तक हवा की गुणवत्ता सुधर न जाए, तब तक: मॉर्निंग वॉक पर बाहर न निकलें: खासकर सुबह के समय सैरर जाने से बचें. मास्क पहनें: अगर बाहर जाना बहुत ज़रूरी हो, तो N95 मास्क ज़रूर पहनें. पानी पीते रहें: शरीर को अंदर से साफ रखने के लिए खूब पानी पिएं.