यशोदानगर पी ब्लॉक निवासी कारोबारी ने सोशल मीडिया दोस्त के माध्यम से 35 टन इस्तेमाल किया हुआ खाद्य तेल का सौदा किया। शातिरों ने मदुरै में फर्जी भार कांटा पर्ची और ई-वे बिल भेज कर माल के बदले 34 लाख का भुगतान ले लिया। कानपुर पहुंचने पर तेल चेक किया गया तो वह पानी निकला। पीड़ित ने जूही थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
पी ब्लॉक यशोदानगर निवासी अनिल कुमार दीक्षित खाद्य तेल का कारोबार करते हैं। वह नवग्रह एडिबल ऑयल्स के प्रबंधक हैं जबकि फर्म के प्रोपराइटर शिवम खंडेलवाल हैं। अनिल कुमार की ओर से दर्ज प्राथमिकी के अनुसार शिवम का जून में सोशल मीडिया के माध्यम से जूही निवासी नितिन, सुरेश अदुकिया से संपर्क हुआ। उसने बताया कि वह इस्तेमाल खाद्य तेल आदि का व्यापार कमीशन एजेंट के रूप में करता है। वह दक्षिण भारत से फैटी एसिड व इस्तेमाल खाद्य तेल के सप्लायर्स को जानते हैं। दावा किया कि वह बाजार भाव से कम रेट पर माल आपूर्ति करा सकता है। उसने मदुरै तमिलनाडु निवासी महेंद्र विनो, विशाल व कवि से बात कराई।
बताया कि कवि फर्म में मैनेजर हैं। उनकी बात पर यकीन कर शिवम खंडेलवाल ने 92.5 रुपये के हिसाब से 35 टन माल का ऑर्डर नितिन, सुरेश अदुकिया को दिया। यहां से माल लेने ड्राइवर पीरा राम को टैंकर लेकर भेजा था। 29 अक्तूबर को टैंकर लोड होने की बात कह पेमेंट मांगा। 31 अक्तूबर को उनके बताए खाते में करीब 34 लाख का भुगतान कर दिया। आरोपियों ने फर्जी बिल व कूटरचित कांटा पर्ची व्हाट्सएप पर भेजी। इसके बाद ड्राइवर ने कहा कि कांटा पर्ची जाली लग रही है। कम भी तेल होने की आशंका जताई। उसने अलग से माल का भार कराया तो करीब 24 टन माल निकला। कानपुर पहुंचने पर माल की गुणवत्ता की जांच कराई तो वह पानी निकला। जूही थाना प्रभारी कृष्ण कुमार पटेल ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही है।
