बचाव कार्य में लगे कर्मियों को कारोबारी मो. दानिश (45) और उनकी पत्नी नाजली सबा (40) का शव चौथी मंजिल की सीढि़यों पर मिला, जबकि तीनों बेटियों के शव तीसरी मंजिल की सीढ़ी के नीचे मिले। ऐसा लगता है कि यह लोग छत पर जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन दरवाजे पर ताला लगा होने और अंदर आग व धुएं की वजह से खुद को नहीं बचा सके।

2 of 9
kanpur fire accident
– फोटो : amar ujala
आग बुझाने में लगा पांच लाख लीटर से ज्यादा पानी
बता दें कि रविवार की रात 8:25 बजे बिजली के मीटर की चिंगारी से भड़की आग का तांडव 9 घंटे 10 मिनट तक चला। आग को बुझाने के लिए नौ फायर टेंडर को 77 चक्कर लगाने पड़े तब जाकर सोमवार सुबह 5:35 बजे आग बुझी। आग बुझाने में पांच लाख लीटर से ज्यादा पानी की बौछार की गई। आठ घंटे से ज्यादा चले बचाव कार्य में 75 से ज्यादा कर्मी लगे थे।

3 of 9
kanpur fire accident
– फोटो : amar ujala
दीवार तोड़कर निकाला गया शव
साथ ही, हाइड्रोलिक प्लेटफार्म और एक रेस्क-यू वाहन का भी इस्तेमाल किया गया। कड़ी मशक्कत के बाद देर रात 3:30 बजे दानिश और उनकी पत्नी नाजली सबा के शव निकाले गए। वहीं, रेस्क्यू टीम ने 5:34 बजे उनकी बेटियों सारा, सिमरा और इनाया के शव को मकान के दाहिनी ओर स्थित चप्पल के कारखाने की तरफ दीवार तोड़कर निकाला।

4 of 9
kanpur fire accident
– फोटो : amar ujala
आग की वजह से तीनों जिंदगी हार गईं
वहीं, तीनों बेटियों सारा (15), सिमरा (12) और इनाया (07) ने खुद को सुरक्षित करने के लिए जीने के नीचे छिप गई थीं, लेकिन दमघोंटू धुएं और आग की वजह से तीनों जिंदगी से हार गईं। दानिश, पिता अकील को सुरक्षित निकालने के बाद पत्नी और बेटियों को बचाने के लिए अंदर गए थे। इसके बाद वह भी बाहर नहीं निकल सके।

5 of 9
kanpur fire accident
– फोटो : amar ujala
मुंह और नाक में मिला है कार्बन
एसडीआरएफ की टीम ने भी दंपती और बेटियों के अलग-अलग शवों को देखकर भागमभाग के दौरान एक दूसरे का साथ छूटने की आशंका जताई है। पोस्टमार्टम प्रभारी डॉक्टर नवनीत चौधरी के अनुसार पांचों के शव 100 प्रतिशत जले हुए थे। दानिश का दाहिनी हाथ आधा गल गया था। वहीं, बेटी इनाया की शरीर की हड्डी दिखने लगी थी। सभी के मुंह और नाक में कार्बन मिला है।
