नशीली दवाओं के मामले में ड्रग विभाग की कार्यशैली से नाराज खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन आयुक्त डॉ. रोशन जैकब खुद मंगलवार को औचक निरीक्षण करने शहर आईं। औषधि निरीक्षण दल के साथ उन्होंने मंगलवार को बिरहाना रोड स्थित अग्रवाल ब्रदर्स फर्म उसके दो गोदामों, मेडिसिना व मसाइको फर्म पर छापा मारा। जांच के दौरान अग्रवाल ब्रदर्स के संचालक विनोद अग्रवाल और उनके बेटे शिवम अग्रवाल दवाओं की खरीद-बिक्री संबंधी कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। संचालकों ने निरीक्षण की सूचना पर फर्म में लगे कंप्यूटरों को भी हटा दिया था।
इस पर आयुक्त ने टीम के साथ दोनों फर्मों के कोपरगंज स्थित गोदामों पर छापा मारा। यहां बड़ी मात्रा में कोडीनयुक्त कफ सिरप व ट्रॉमाडॉल टैबलेट बरामद की गईं। इनकी खरीद-बिक्री का भी कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं था। जांच के दौरान गोदाम में बड़ी मात्रा में एक्सपायर्ड दवाएं भी पाई गईं। वहीं वेदांश व एसजीपीएस फर्म में विभाग की तीन अन्य टीमों ने छापा मारा। सभी पांचों फर्मों और गोदामों की सील कर दिया गया है। 7.50 करोड़ की नशीली दवाएं बरामद हुई हैं। आयुक्त ने संचालकों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट व भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
