कानपुर के हेयर ट्रांसप्लांट के विनीत दुबे की मौत के मामले में जांच कमेटी ने डॉक्टरों के बयान दर्ज किए। इलाज के अभिलेखों में मौत का कारण सेप्टिक और एनाफिलैक्टिक शॉक बताया गया। इससे सवाल खड़ा हुआ कि अगर विनीत के हेयर ट्रांसप्लांट करने में प्रोटोकॉल का पालन होता और सेंसिटिविटी टेस्ट कर लिया जाता तो यह नौबत न आती है। एनाफिलैक्टिक शॉक किसी रसायन से तीव्र और जानलेवा एलर्जिक प्रक्रिया होती है।
सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की जांच कमेटी ने रिपोर्ट तैयार कर ली है। कमेटी अभी कुछ और बिंदुओं पर जांच करेगी। इसी वजह से सीएमओ को रिपोर्ट नहीं सौंपी गई। इस संबंध में प्लास्टिक सर्जन की भी राय लेने के संबंध में विचार किया जा रहा है।
Trending Videos
2 of 11
Hair Transplant Scam
– फोटो : अमर उजाला
अभिलेखों की जांच से पता चला कि एनाफिलैक्टिक शॉक से ही विनीत दुबे मल्टी ऑर्गन फेल्योर की स्थिति में गए। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में बताया गया कि विनीत के सिर में द्रव्य भरा था। विसरा के साथ इसे भी जांच के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम शिवराजपुर सीएचसी के डॉ. पियूष ने किया।
3 of 11
विनीत दुबे की फाइल फोटो
– फोटो : संवाद
कमेटी ने उनके भी बयान दर्ज किए। इसके अलावा विनीत का चेहरा नीला पड़ गया था। सिर पर बाल नहीं थे। सिर पर टांकों के निशान मौजूद रहे। आंतरिक परीक्षण में मस्तिष्क की झिल्लियों, फेफड़ों, तिल्ली, गुर्दों में सूजन पाई गई। सिर के बाएं भाग में छिले होने और खुरचने के निशान मिले।
4 of 11
डॉ. अनुष्का तिवारी
– फोटो : संवाद
हेयर ट्रांसप्लांट के बाद 36 घंटे जिंदा नहीं रह पाए विनीत
हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद विनीत 36 घंटे भी जिंदा नहीं रह पाएं। निजी अस्पताल से मिले दस्तावेजों के अनुसार रोगी को पहले छपेड़ा पुलिया स्थित अस्पताल लेकर गए और उसके बाद सर्वोदय नगर के निजी अस्पताल में 14 मार्च 2025 को भर्ती कराया। फिजीशियन के अनुसार रोगी एंबु बैग के साथ आया था, उसे देखकर तुरंत ही आईसीयू में भेज दिया।
5 of 11
मयंक कटियार की फाइल फोटो
– फोटो : संवाद
अस्पताल ने कमेटी को भेजे दस्तावेजों में जिक्र किया कि 13 मार्च को इंपायर क्लीनिक में हेयर ट्रांसप्लांट हुआ। तबियत बिगड़ी और अगले दिन रोगी अस्पताल में भर्ती हुआ।वो एक अन्य अस्पताल से सहायक वेंटीलेशन पर आया था। उसे सीपीआर दिया गया। रोगी बेहोश था। रोगी की 15 मार्च 2025 को सुबह 05 बजकर 07 मिनट पर मौत हो गई।