
पुलिस गिरफ्त में आरोपी
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कानपुर के काकादेव में नाबालिग को जहर देकर मारने के मामले का रविवार को पर्दाफाश हो गया। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग ने अपनी मां का किरायेदार प्रेमी के साथ अश्लील वीडियो बना लिया था। अवैध संबंधों का खुलासा होने के डर से प्रेमी ने दवा की जगह जहर देकर उसकी हत्या की थी। इसके बाद भाग गया था। दोपहर बाद पुलिस ने हत्यारोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि विजय नगर में रहने वाली एक महिला ने 19 फरवरी को काकादेव थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें मैनपुरी के भोगांव थाना क्षेत्र रे कल्याणपुर निवासी किरायेदार कमल मिश्रा समेत छह लोगों को नामजद किया था। डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया कि कमल मिश्रा के मृतक नाबालिग की मां से किराये पर रहने के दौरान अवैध संबंध हो गए थे। बेटी ने अपनी मां और किरायेदार कमल मिश्रा का अश्लील वीडियो बना लिया था।
कमल को डर था कि नाबालिग उसके संबंधों का खुलासा न दे। इसलिए 16 फरवरी को कमल मिश्रा ने नाबालिग की तबीयत खराब होने पर उसे दवा की जगह पानी में जहर मिलाकर पिला दिया था। इसके बाद नाबालिग की मौत हो गई थी। मां ने ही अपने प्रेमी कमल मिश्रा समेत अन्य के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हत्यारोपी कमल मिश्रा को गिरफ्तार कर उसके कुर्तें की जेब से जहर की गोलियां भी बरामद की गई है।
इस तरह हुआ हत्या का खुलासा
बेटी की अंतिम संस्कार करके परिजन घर पहुंचे थे। बच्ची की मां घर की सफाई कर रही थी। इस दौरान कमल मिश्रा के कुर्ते से सल्फास की गोलियां मिली तो उन्हें संदेह हुआ। उन्होंने इसी आधार पर कमल मिश्रा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जांच कि तो वाकई में बीमारी नहीं, बेटी को जहर देकर मारने का खुलासा हो गया।
इस तरह संपर्क में आया था हत्यारोपी कमल
डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि अनूप कुमार टंडन और उनकी पत्नी विजय नगर जे-ब्लॉक में रहते हैं। अनूप ने बताया, उनका मकान को लेकर दो पड़ोसी परिवार रामकेवल गुप्ता, ओरीलाल गुप्ता, संजय गुप्ता, टीटू गुप्ता, हरिश्चंद्र गुप्ता और ईश्चर चंद्र शर्मा से विवाद चल रहा है। उनका आरोप है कि मकान पर कब्जा करने की नीयत से उन्होंने उनकी सहेली पिंकी से साठगांठ कर ली। बाद में उनके घर में ही किराये पर कमरा दिलवा दिया। कैंसर के चलते पिंकी का निधन हो गया, लेकिन उनके यहां आने वाले कमल मिश्रा नाम के व्यक्ति ने फिर भी मकान से अपना कब्जा नहीं छोड़ा। इसके बाद धीरे-धीरे परिवार से नजदीकी बढ़ाई थी। मां और कमल के संबंधों का पता चलने पर नाबालिग की हत्या कर दी गई। जांच में अन्य आरोपियों की कोई भूमिका सामने नहीं आई है।
सीपी ऑफिस में हंगामें के बाद सामने आया था मामला
पीड़ित परिवार की चौकी, काकादेव थाने से लेकर कहीं भी सुनवाई नहीं हुई थी। इसके बाद मृतिका की मां ने 19 फरवरी को पुलिस कमिश्नर ऑफिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए हंगामा किया था। तब जाकर पुलिस कमिश्नर की स्टाफ अफसर अमिता सिंह के आदेश पर कमल मिश्रा समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था।